नई दिल्ली, 11 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का रण जीतने के लिए राजनीतिक दलों के नेता मतदाताओं को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इस चुनाव में हरि नगर एक महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है। हरि नगर सीट पर 2013 से आम आदमी पार्टी (आप) का कब्जा है। ऐसी संभावना है कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा देगी।
आइए जानते हैं, क्या है इस सीट का समीकरण। हरि नगर दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। इसे एच-टाउन के नाम से भी जाना जाता है। यह निर्वाचन क्षेत्र 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। हरि नगर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। आप नेता जगदीप सिंह ने 2013 और 2015 में हरि नगर सीट से चुनाव जीता। हालांकि, आप ने दिल्ली विधानसभा 2020 चुनाव में हरि नगर सीट पर राज कुमारी ढिल्लों को उम्मीदवार बनाया था।
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में, आम आदमी पार्टी की राजकुमारी ढिल्लों ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार तजिंदर पाल सिंह बग्गा को 37,956 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के सुरिंदर कुमार सेतिया को 10,394 वोट मिले।
हरि नगर सीट पर भाजपा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार का अभी ऐलान नहीं किया है। हालांकि, देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस सीट पर आप को मात देने के लिए एक बार फिर तजिंदर पाल सिंह बग्गा को मैदान में उतारेगी या किसी और पर दांव लगाएगी। वहीं, कांग्रेस भी इस सीट पर जीत हासिल करने का पूरा प्रयास करेगी। ऐसी संभावना है कि कांग्रेस एक बार फिर सुरिंदर कुमार सेतिया पर दांव लगा सकती है। हालांकि, इस बार हरि नगर विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता तय करेगी। ऐसी संभावना है कि इस सीट पर आप और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
हरि नगर विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या एक लाख 65 हजार से अधिक है। यहां पुरुष मतदाता 89441, महिला मतदाता 80137 और थर्ड जेंडर वोटर 6 हैं। यहां कुल वोटरों की संख्या 1,69,584 है।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को सिंगल फेज में होगा। चुनाव आयोग के मुताबिक कुल 83,49,645 पुरुष, 71,73,952 महिला और 1,261 थर्ड जेंडर को मिलाकर कुल 1.55 करोड़ मतदाता अपने बहुमूल्य अधिकार का प्रयोग करेंगे। नतीजे का ऐलान 8 फरवरी को होगा।
चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही दिल्ली में ‘आदर्श आचार संहिता’ लागू हो गई है, जिसके तहत सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए नहीं किया जा सकता और चुनावी रैलियों के लिए पुलिस की अनुमति अनिवार्य है।
–आईएएनएस
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