नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर में हुई छात्रों की मौत के मामले में दिल्ली सरकार के मंत्रियों ने बुधवार को 50 से ज्यादा छात्रों के साथ बैठक की और उनकी समस्याओं को सुना। इस बैठक में दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ-साथ दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय भी मौजूद रहीं।
इस बैठक में यह तय किया गया कि जल्द ही दिल्ली सरकार कोचिंग इंस्टीट्यूट रेगुलेशन एक्ट लेकर आएगी। जिसमें कोचिंग सेंटर के रखरखाव से लेकर बच्चों की फीस तक निर्धारित की जाएगी। इस बैठक में दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी, गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज और मेयर शैली ओबेरॉय के साथ यूपीएससी उम्मीदवारों का एक प्रतिनिधि मंडल मौजूद था। जिनसे कोचिंग संस्थानों को विनियमित करने के प्रस्तावित कानून पर उनकी राय जानने के लिए मुलाकात की गई।
दिल्ली सरकार के मुताबिक इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर उम्मीदवारों की राय जानना नीतिगत निर्णयों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। बैठक में 50 से ज्यादा छात्रों ने अपने विचार व्यक्त किए। इस मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि जल्द ही एक ऐसी योजना बनानी होगी, जिसमें कोचिंग संस्थानों को स्कूलों की तरह रेगुलेट किया जा सके। जिसमें कोचिंग सेंटर्स में क्या फैसिलिटी दी जाएगी, फीस कितनी होगी? इस पर विस्तार से चर्चा हुई है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि दिल्ली सरकार जल्द ही कोचिंग सेंटर्स को रेगुलेट करने के लिए एक कानून लाएगी। कोचिंग संस्थानों की मनमानियों पर रोक लगाने और इन्हें नियमित करने के लिए इस कोचिंग इंस्टीट्यूट रेगुलेशन एक्ट को जल्द लाने की तैयारी की जायेगी।
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए मंत्री आतिशी ने बताया कि कोचिंग इंस्टीट्यूट रेगुलेशन एक्ट को लेकर दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, शैली ओबेरॉय और दिलीप पांडे के साथ यूपीएससी अभ्यर्थियों से मुलाकात की गई, उनकी समस्याओं को जाना और उनसे सुझाव लिए गए। केजरीवाल सरकार छात्रों के साथ है। इन सुझावों को ध्यान में रखते हुए स्टूडेंट्स की सुरक्षा और बेहतरी के लिए हम जरूरी कदम उठाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार कोचिंग संस्थानों की मनमानी पर रोक लगाने और इन्हें नियमित करने के लिए जल्द ही कोचिंग इंस्टीट्यूट रेगुलेशन एक्ट लेकर आएगी।
–आईएएनएस
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