नई दिल्ली, 27 दिसम्बर (आईएएनएस)। कैबिनेट द्वारा हाल ही में निर्णय को मंजूरी दिए जाने के बाद दिल्ली सरकार अंतिम मील कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए मौजूदा दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन (डीएमआरसी) इलेक्ट्रिक बस बेड़े को जल्द ही अपने हाथ में ले लेगी।
दिल्ली सरकार 2023 में अपने परिवहन विभाग के तहत 100 से अधिक मौजूदा ई-बसें लेगी और अतिरिक्त 380 फीडर ई-बसों का संचालन करेगी।
डीएमआरसी शास्त्री पार्क और मजलिस पार्क डिपो से दिसंबर 2019 से पूर्वी और उत्तरी क्लस्टर में फीडर ई-बसों का संचालन कर रहा है। इन बसों को परिवहन विभाग दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम (डीआईएमटीएस) के जरिए चलाएगा। इसके अलावा, अतिरिक्त 380 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए छह स्टेशनों की पहचान की गई है- वेलकम, कोहाट एन्क्लेव, रिठाला, नांगलोई, मुंडका और द्वारका।
डीएमआरसी इन स्थानों पर बस डिपो का निर्माण करेगा। परिवहन विभाग इन सभी फीडर बसों को प्रति किमी के आधार पर संचालित करेगा, जिसका अर्थ है कि परिचालकों को उनके द्वारा दिन में तय की गई दूरी के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। प्रस्ताव परिवहन विभाग द्वारा किए गए मार्ग युक्तिकरण अध्ययन द्वारा की गई सिफारिश के एक भाग के रूप में आता है। अक्टूबर 2022 में, अध्ययन के पहले चरण को 26 नए मार्गों पर मानक (1-मीटर) बसों के संचालन के साथ लागू किया गया था, जिसमें ट्रंक (2), सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी) (3), प्राइमरी (18) और हवाई अड्डे के मार्ग (3) शामिल हैं, जो पीक आवर्स के दौरान 5 से 20 मिनट की आवृत्ति के साथ हैं।
अध्ययन ने मिनी बसों के उपयोग की सिफारिश उन क्षेत्रों में संचालित करने के लिए की जहां 12-मीटर लंबी डीटीसी और क्लस्टर बसें सड़क की कम चौड़ाई या यात्री भार बहुत अधिक नहीं होने के कारण संचालित नहीं हो सकती हैं। इन मार्गों में और दिल्ली के ग्रामीण हिस्सों की सेवा के लिए, छोटे आकार की बसों का संचालन यात्रियों को बेहतर वित्तीय स्थिरता और सुविधा प्रदान करता है, उनके क्षेत्रों को पास के ट्रांजिट हब से जोड़ता है।
ताजा घटनाक्रम पर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में, दिल्ली सरकार सार्वजनिक परिवहन को नागरिकों के लिए अधिक किफायती, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मार्ग युक्तिकरण अध्ययन के पायलट के कार्यान्वयन से प्राप्त अच्छी प्रतिक्रिया के साथ, ये नई, छोटे आकार की इलेक्ट्रिक फीडर बसें लोगों के लिए अंतिम मील कनेक्टिविटी को और बढ़ावा देंगी।
व्यापक अध्ययन ने हमें शहर में बस यात्रियों की वास्तविक उत्पत्ति और गंतव्य को समझने में मदद की, जिसके कारण आवश्यक क्षेत्रों में बसों की तेज आवृत्ति के साथ नए मार्गों को डिजाइन किया गया। हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे सार्वजनिक परिवहन को पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए जोड़ी जा रही सभी नई बसें इलेक्ट्रिक हों।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम