सियोल, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया दिसंबर में अपना तीसरा सैन्य टोही सैटेलाइट लांच करेगा। सरकारी हथियार खरीद एजेंसी ने बुधवार को कहा कि उत्तर कोरिया पर अपनी निगरानी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
रक्षा अधिग्रहण कार्यक्रम प्रशासन (डीएपीए) ने कहा कि उपग्रह को ले जाने वाला स्पेसएक्स रॉकेट दिसंबर के तीसरे या चौथे सप्ताह में लांच किया जाएगा। साथ ही, यह भी कहा कि वह लॉन्च के विवरण पर अमेरिकी कंपनी के साथ काम कर रहा है।
यह प्रक्षेपण सोल की 2025 तक पांच जासूसी सैटेलाइट स्थापित करने की योजना का हिस्सा है, ताकि उत्तर कोरिया पर बेहतर निगरानी रखी जा सके। दक्षिण कोरिया पहले अमेरिका द्वारा प्रदान सैटेलाइट इनपुट पर काफी हद तक निर्भर रहा है। उसके पहले दो टोही उपग्रहों को पिछले साल दिसंबर और इस साल अप्रैल में स्पेसएक्स रॉकेट से लॉन्च किया गया था।
पहला सैटेलाइट पृथ्वी की सतह के विस्तृत चित्र लेने के लिए इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल और इंफ्रारेड सेंसर से सुसज्जित है, जबकि दूसरे उपग्रह में सिंथेटिक अपर्चर रडार (एसएआर) सेंसर लगे हैं। यह सेंसर किसी भी तरह के मौसम में डेटा एकत्र करने में सक्षम हैं।
समाचार एजेंसी योनहाप के अनुसार, पहले उपग्रह को छोड़कर शेष सभी चार उपग्रह एसएआर सेंसर से लैस होंगे।
एक बार जब सभी पांच जासूसी सैटेलाइट लांच हो जाएंगे और संचालन के लिए उपयुक्त हो जाएंगे। इसके बाद उम्मीद है कि सेना हर दो घंटे में उत्तर कोरिया में एक निश्चित लक्ष्य पर नजर रख सकेगी।
दक्षिण कोरिया 500 किलोग्राम से कम वजन वाले छोटे टोही सैटेलाइटों, 100 किलोग्राम से कम वजन वाले छोटे टोही उपग्रहों को भी, ठोस ईंधन वाले घरेलू रॉकेटों के जरिए प्रक्षेपित करके अपनी निगरानी क्षमताओं को और मजबूत करने की योजना बना रहा है।
छोटे उपग्रहों का प्रक्षेपण 2026 से 2028 के बीच तथा उनसे भी छोटे उपग्रहों का प्रक्षेपण 2028 से 2030 के बीच निर्धारित किया गया है।
–आईएएनएस
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