गोरखपुर, 11 नवंबर (आईएएनएस)। दीपपर्व पर अपने तारणहार यानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगवानी को वनटांगिया गांव बेकरार है। 2009 से प्रज्ज्वलित भरोसे के दीपक में आत्मीयता का तेल भरने आ रहे योगी आदित्यनाथ के स्वागत को लेकर कुसम्ही जंगल के बीच बसे जंगल तिकोनिया नंबर तीन गांव में चहुंओर उल्लास छाया हुआ है।
योगी रविवार को यहां वनवासियों के साथ दीपावली मनाएंगे। साथ ही जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों को 153 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का दीपावली उपहार भी देंगे। दशकों से गोरखपुर मंदिर को कवर करने वाले वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक गिरीश पांडेय कहते हैं कि करीब सौ साल तक उपेक्षा का दंश झेलने को अभिशप्त रहे वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नंबर तीन को अब जिले के अति विशिष्ट गांव के रूप में जाना जाता है।
इसकी वजह है 2017 से ही मुख्यमंत्री योगी द्वारा इस गांव में दीपोत्सव मनाना। योगी वर्ष 2009 से ही बतौर सांसद यहां दीपावली मनाते रहे हैं और छह साल पहले मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उन्होंने खुद द्वारा शुरू की गई परंपरा में रुकावट नहीं आने दी है। बतौर मुख्यमंत्री वह रविवार को लगातार सातवीं बार वनटांगियों के साथ दीपावली की खुशियां साझा करेंगे।
उल्लेखनीय है योगी के कदम पड़ने के साथ ही वनटांगियों की बदहाली खुशहाली में बदलती चली गई। बतौर सांसद उन्होंने लोकसभा में वनटांगिया अधिकारों के लिए लड़कर 2010 में अपने स्थान पर बने रहने का अधिकार पत्र दिलाया। 2017 में मुख्यमंत्री बने तो वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा देकर उन्हें शासन प्रदत्त सभी सुविधाओं का हकदार बना दिया। उन्होंने वनटांगिया गांवों को आवास, सड़क, बिजली, पानी, स्कूल, जैसे संसाधनों के साथ ही यहां रहने वालों को जनहित की सभी योजनाओं से आच्छादित कर दिया है।
–आईएएनएस
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