तिरुवनंतपुरम, 11 अगस्त (आईएएनएस)। रविवार को वायनाड के कंथानपारा इलाके में व्यापक तलाशी अभियान के बाद शरीर के दो और हिस्से बरामद किए गए।
दुर्गम इलाके माने जाने वाले सोचीपारा और कंथनपारा इलाकों में 30 सदस्यीय टीम द्वारा तलाशी अभियान चलाया गया था। हालांकि, प्रतिकूल मौसम के कारण, खोज अभियान अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।
मुंडक्कई, चूरलमाला, पुंचिरीमट्टम और ग्राम कार्यालय परिसर सहित छह क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर तलाशी ली गई।
केरल पुलिस, केरल राज्य अग्निशमन और बचाव कर्मी, विभिन्न सेवा और युवा संगठनों के स्वयंसेवक और स्थानीय लोग तलाशी अभियान का हिस्सा थे। उन्हें महिलाओं सहित सैकड़ों नागरिक स्वयंसेवकों ने भी सहयोग दिया।
मालूम हो कि, 30 जुलाई की सुबह केरल के वायनाड जिले में हुए भीषण भूस्खलन के बाद कम से कम 413 लोगों की जान चली गई और 152 अभी भी लापता हैं।
इस दौरान, भारतीय सेना द्वारा निर्मित बेली ब्रिज स्थानीय लोगों और राहत बचाव अभियान में शामिल लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
अधिकारियों ने उन लोगों को भी खोज अभियान में शामिल होने की अनुमति दी, जिन्होंने रविवार सुबह 9 बजे से पहले काम के लिए पंजीकरण कराया था। प्रशासन ने खोज दल में लापता लोगों के रिश्तेदारों और जीवित बचे लोगों को भी शामिल किया है।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा, “जो लोग अभी भी लापता हैं, उन्हें ढूंढने के लिए रिश्तेदारों को खोज अभियान का हिस्सा बनाया जा रहा है, क्योंकि अन्य सभी संभावित साधन समाप्त हो गए हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भूस्खलन प्रभावित वायनाड का दौरा किया था और आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार राहत और पुनर्वास में केरल की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
–आईएएनएस
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