सूरत, 3 जुलाई (आईएएनएस)। सूरत पुलिस ने दो साल के बेटे की हत्या के मामले में छत्तीसगढ़ की एक 22 वर्षीय महिला को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि महिला ने फिल्म ‘दृश्यम’ से प्रेरित होकर यह अपराध किया। शनिवार को महिला की गिरफ्तारी हुई।
महिला ने 27 जून को डिंडोली पुलिस स्टेशन में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी और दावा किया था कि उसका बच्चा लापता हो गया है।गिरफ्तार की गई महिला की पहचान छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव की रहने वाली नयना मंडावी (22) के रूप में हुई है।
महिला ने पुलिस के सामने कबूल किया कि वह क्राइम थ्रिलर्स फिल्मों की शौकीन है। उसने फिल्म ‘दृश्यम’ देखकर अपने 2 साल के बेटे की हत्या कर उसका शव छिपा दिया। महिला ने कहा, उसे लगा कि वह ऐसा करके कानून के चंगुल से बच जाएगी।
पुलिस जांच में यह पता चला है कि महिला के प्रेमी ने उसके बच्चे को रखने पर उससे शादी करने से इनकार कर दिया था। इस बाधा को दूर करने के लिए उसने अपने ही बच्चे को मार डाला।
पूरे सप्ताह आरोपी यही कहती रही कि उसके बच्चे का अपहरण कर लिया गया है। हालांकि, जांचकर्ताओं को इस दावे का समर्थन करने वाला कोई सीसीटीवी फुटेज या बच्चे के घर छोड़ने का कोई सबूत नहीं मिला।
गहन पूछताछ के दौरान आखिरकार महिला ने अपने बेटे की हत्या करने और शव को कॉलोनी के पीछे एक खुले इलाके में दफनाने की बात कबूल कर ली। हालांकि, खुदाई करने पर पुलिस को बताए गए स्थान पर कुछ नहीं मिला।
आगे की पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। महिला ने खुलासा किया कि उसने अपने बच्चे का गला घोंट दिया था और तालाब के निचले हिस्से में फेंककर ठिकाने लगा दिया था।
जानकारी के मुताबिक महिला ने चार साल पहले अपने पैतृक गांव में शादी की थी। लेकिन, अपने पति द्वारा विवादों और दुर्व्यवहार के कारण वह दो साल पहले अपने बेटे वीर के साथ अपनी मां के यहां रहने लगी थी।
पुलिस ने बताया कि सूरत में रहने के दौरान उसका साथ काम करने वाले मजदूर संजू से दोस्ती हो गई। जिससे वह शादी करना चाहती थी।
पुलिस ने कहा कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
–आईएएनएस
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