देवरिया, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में नवरात्रि के अवसर पर मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बागेश्वरी क्लब द्वारा बनाई गई मां काल भैरवी की गुफा इन दिनों लोगों के रोंगटे खड़े कर रही है। गुफा के भीतर घुसते ही चारों तरफ नर-कंकाल, भूत-बेताल और डरावने दृश्य देखने को मिलते हैं, जो एक पल के लिए सचमुच डरावनी दुनिया की झलक दिखाते हैं।
गुफा में लगाए गए नर-कंकाल, टिमटिमाती लाल रोशनी और डरावने संगीत के बीच मां काल भैरवी की झलक और मणिकर्णिका घाट को हूबहू दर्शाया गया है। गुफा के कोनों में लटके हुए मानव खोपड़ी, चीत्कार करते पुतले और अंधेरे में झांकती लाल आंखें। यह सब देखकर लोग सहम भी जाते हैं और उत्साहित भी हो जाते हैं।
हालांकि, माहौल पूरी तरह डरावना है, फिर भी लोग गुफा में झूमते हुए जा रहे हैं, सेल्फी ले रहे हैं और इस भयानक अनुभव को कैमरे में कैद कर रहे हैं। आयोजकों का कहना है कि यह गुफा नागपुर में देखी गई एक डरावनी थीम से प्रेरित है, लेकिन इसमें उत्तराखंड की प्राचीन गुफाओं और मृत्यु के रहस्यों को भी शामिल किया गया है। गुफा का संदेश सीधा है, “अंत समय में केवल चार ही साथ जाते हैं। बाकी सब यहीं छूट जाता है।” देवरिया के लोग इस डरावनी जगह का भरपूर मजा ले रहे हैं।
इसके अलावा देवरिया में इस नवरात्रि स्टेशन रोड पर शिव शक्ति क्लब की ओर से बनाया गया ‘नीला ड्रम वाला पंडाल’ शहरवासियों के लिए चर्चा का विषय बन गया है। मेरठ कांड पर आधारित यह अनोखा दुर्गा पंडाल न सिर्फ भक्ति का केंद्र है, बल्कि सामाजिक जागरूकता का भी प्रतीक बन रहा है।
पंडाल की थीम मेरठ कांड से प्रेरित है, जिसमें एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव को नीले ड्रम में छिपा दिया था। इस घटना को कला के माध्यम से प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया है। पंडाल में नीले ड्रम के अंदर शव के रूप में एक झांकी बनाई गई है, जबकि बाहर पत्नी और उसका प्रेमी खड़े दिखाए गए हैं। यह प्रस्तुति दर्शकों को चौंकाने के साथ-साथ समाज को अपराध और नैतिकता पर विचार करने के लिए प्रेरित कर रही है।
–आईएएनएस
मोहित/एबीएम