नई दिल्ली 28 मार्च (आईएएनएस)। देश में व्यवसायी महिलाओं की शीर्ष संस्था फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) ने शुक्रवार को महिला उद्यमियों की मदद करने और संगठन को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। एफएलओ के मुताबिक ये देश की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा होगा।
सरकार ने महिलाओं के रोजगार को बढ़ावा देने के लिए ‘ड्रोन दीदी’ और ‘लाडली बहन योजना’ जैसी योजनाएं शुरू कीं।
हालांकि, फिर भी आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 ने देश में महिलाओं के रोजगार और उद्यमिता से जुड़े आंकड़ों में भारी अंतर को उजागर किया। इसमें दिखाया गया कि भारत में केवल 22 प्रतिशत एमएसएमई ही महिलाओं के स्वामित्व में हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में महिला एमएसएमई के लिए एफएलओ के पुरस्कार समारोह में फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) की अध्यक्ष जयश्री दास वर्मा ने कहा, “यह केवल एक आंकड़ा नहीं है बल्कि ये हमें आगे बढ़कर महिला उद्यमियों को और ताकतवर बनाने और सपोर्ट करने के लिए प्रेरित करता है, क्योंकि उनकी सफलता हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएगी।”
वर्मा ने कहा, “महिलाओं के लीडरशिप वाले एमएसएमई इनोवेशन, रोजगार और आर्थिक लचीलेपन के लिए अहम हैं। हम जितना उनका समर्थन करेंगे, हमारा राष्ट्र उतना ही मजबूत होगा।”
उन्होंने एफएलओ में एमएसएमई असिस्ट सेल का भी जिक्र किया। एमएसएमई असिस्ट सेल महिला उद्यमियों को फाइनेंशियल मैनेजमेंट, कंप्लायंस और मार्केट एक्सेस के जरिए सही मार्गदर्शन और रिसोर्सेस के साथ सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए गाइड करने की पहल है।
वर्मा ने कहा, “जब हम महिला उद्यमियों को सशक्त बनाते हैं, तो हम परिवारों, समुदायों और अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाते हैं।”
एफएलओ के अध्यक्ष ने कहा कि संगठन को इस वर्ष एमएसएमई पुरस्कारों के लिए 104 आवेदन प्राप्त हुए।
उन्होंने कहा, “यह हमारे एफएलओ नेटवर्क के भीतर मौजूद प्रतिभा, दृढ़ता और महत्वाकांक्षा का प्रमाण है। प्रतियोगिता बहुत कड़ी थी और मैं यह कहना चाहती हूं: आज रात यहां मौजूद हर एक आवेदक अपने आप में विजेता है। पुरस्कार कुछ को पहचान दे सकते हैं, लेकिन हर महिला जिसने आगे कदम बढ़ाया, जिसने मानदंडों को चुनौती दी और अपने व्यावसायिक सपनों को पूरा किया, वह भारत की उद्यमशीलता की सफलता की कहानी का हिस्सा है।”
यह मंच कौशल विकास, पॉलिसी एडवोकेसी, आर्थिक भागीदारी और लीडरशिप मेंटरिंग प्रदान करता है। ये महिलाओं को बाधा मुक्त हो, आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के काबिल बनाता है।
–आईएएनएस
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