नई दिल्ली, 3 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव संपन्न होने और एग्जिट पोल जारी होने के बाद अब मंगलवार को वोटों की गिनती होनी है। लेकिन उससे पहले पहले राजनीतिक बयानबाजियां तेज हैं। इसी बीच आईएएनएस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बड़ी ही बेबाकी से अपनी राय रखी।
एग्जिट पोल को विपक्ष लगातार गलत बता रहा है। इस पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “उनके पांव के नीचे कोई जमीन नहीं है लेकिन फिर भी उन्हें यकीन नहीं है। विपक्ष की परेशानी है कि बिना जमीन के जमींदारी और बिना जागीर के जागीरदारी करने में लगे हुए हैं। उनको ये बात अच्छी तरह से मालूम है कि वे न तो विकल्प देने में कामयाब हुए हैं और ना ही देश को यह विश्वास दिलाने में कामयाब हुए हैं कि वो ही इस सरकार का विकल्प हैं।”
उन्होंने कहा कि एक तरफ नरेंद्र मोदी इस बात का पूरे देश को विश्वास दिलाने में कामयाब रहे हैं कि उनके नेतृत्व में सुशासन का सफर मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। मोदी सरकार किसान, गरीब और खेत-खलियान के सशक्तिकरण के लिए काम कर रही है।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि उनका गठबंधन दिल्ली में दोस्ती दिखा रहा था, बंगाल में कुश्ती कर रहा था और पंजाब में झगड़ा कर रहा था। केरल, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में गठबंधन में कोई एकता नहीं दिखाई दे रही थी। ये लोग एकजुट होकर जनता को कोई संदेश देने में सफल नहीं हुए। इनके साथ वालों को अच्छी तरह से इस बात की जानकारी थी कि कांग्रेस का जमीन बंजर है और उनके हाथ में बेवफाई का खंजर है।
‘इंडिया गठबंधन 295 सीट जीतेगी, राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनना चाहिए’, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में कई खानदान हैं, लेकिन सभी की ख्वाहिश एक है। इस गठबंधन में मुंगेरी अनेक हैं पर सभी के सपने एक हैं।
2019 से पहले की तरह बैलेट पेपर की गिनती पहले होनी चाहिए, कांग्रेस की इस मांग पर उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि अगर कोई टेक्निकल इश्यू है तो चुनाव आयोग देखेगा। लेकिन, एक चीज हम देख रहे हैं कि 4 तारीख को रिजल्ट आने वाला है, चुनाव में इंडिया गठबंधन की हार होने वाली है। इसलिए हार का हथौड़ा किस पर मारा जाए इसकी रिहर्सल शुरू हो गई है।
राहुल गांधी की ओर से एग्जिट पोल को मोदी एग्जिट पोल कहने पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से लड़ते-लड़ते अब मीडिया से भिड़ गए हैं। पहले ये तय कर लें, इनका मुद्दा क्या है, ये मुद्दे में खुद कन्फ्यूज हैं और चौतरफा फंसे हुए हैं।
–आईएएनएस
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