देहरादून, 12 जून (आईएएनएस)। उत्तरकाशी के पुरोला में विशेष समुदाय के युवकों द्वारा एक नाबालिग हिंदू लड़की को भगाने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। हालांकि इस मामले में आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। कानून को ताक पर रखकर शांति व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई चल रही है, लेकिन दो समुदायों के बीच तनातनी जारी है। देहरादून के एसएसपी ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
इसी बीच हिंदू पक्ष ने 15 जून और विशेष समुदाय द्वारा देहरादून में आगामी 18 जून को महापंचायत का आह्वान किया गया है। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने भी कमर कस शांति और कानून व्यवस्था बनाने के लिए कड़े बंदोबस्त किए हैं।
इस मामले में देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने दो टूक कहा कि जब सभी पहलुओं पर कानूनी कार्रवाई चल रही है तो महापंचायत का क्या औचित्य है। उन्होंने कहा कि विशेष समुदाय और अन्य पक्षों के साथ लगातार वह खुद वार्ता कर रहे हैं। अगले 1 से 2 दिनों में फिर से सभी पक्षों से बातचीत की जाएगी।
एसएसपी ने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। इसके बावजूद अगर कोई शांति व कानून व्यवस्था भंग करता है तो उसे को बख्शा नहीं जाएगा। पहले दिन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चल रही है, जो भी तथ्य सामने आ रहे हैं, उसी के मुताबिक प्रभावी कार्रवाई करने के लिए निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। इसके बावजूद अगर कोई महापंचायत का आह्वान कर शांति व्यवस्था भंग करता है तो उससे कानून के हिसाब से निपटा जाएगा।
बता दें कि 12 जून को उत्तरकाशी के पुरोला में विशेष समुदाय के युवकों द्वारा एक नाबालिग लड़की को भगाकर ले जाने की घटना के बाद से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। विशेष समुदाय को चेतावनी देकर पोस्टर चस्पा करने और 15 जून को महापंचायत के एलान के बाद से पुलिस प्रशासन अलर्ट है। वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम समाज की ओर से भी 18 जून को महापंचायत करने का आह्वान कर दिया गया है। ऐसे में दोनों महापंचायत को टालने से लेकर शांति व कानून व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस विशेष निगरानी और सतर्कता बरत रही है।
–आईएएनएस
स्मिता/एसजीके