लंदन, 29 जुलाई (आईएएनएस)। एशियाई मूल के 38 वर्षीय व्यक्ति को ब्रिटेन में नाबालिगों सहित प्रवासियों की तस्करी से जुड़े एक संगठित अपराध समूह का हिस्सा होने का दोषी पाया गया है।
मार्च 2021 में 40 वर्षीय सह-साजिशकर्ता वकास इकराम की गिरफ्तारी के बाद, यूके की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) द्वारा इलफ़र्ड के 38 वर्षीय नजीब खान की पहचान गिरोह के सदस्य के रूप में की गई।
इकराम को प्रवासियों को एक भारी माल वाहन में बैठाते रंगेहाथों पकड़ा गया था। वह मोक्टर हुसैन के नेतृत्व वाले संगठित अपराध समूह के लोगों की तस्करी के लिए काम करता था।
एनसीए ने एक बयान में कहा कि इकराम के आईफोन को उसकी गिरफ्तारी के बाद जब्त कर लिया गया था। इसमें खान के साथ बातचीत उजागर हुआ। इससे पता चला कि प्रवासियों को ब्रिटेन लाने के लिए प्रति व्यक्ति सात हजार पाउंड तक की रकम वसूली जाती थी।
फ़ोन साक्ष्यों से पता चला कि खान और इकराम मार्च 2019 में पांच प्रवासियों को हार्विच में ले जाने वालोंं में शामिल थे। इसके अलावा दो अन्य प्रयास को सुरक्षा बल ने विफल कर दिया।
इनमें से पहली घटना मई 2019 में हुई थी, जब हुक ऑफ हॉलैंड में एक लॉरी में 15 वियतनामी और एक अफगान प्रवासी पाए गए थे, जब यह हार्विच के लिए एक नौका पर चढ़ने की तैयारी कर रही थी।
उसी वर्ष अगस्त में, 11 नाबालिगों सहित 16 प्रवासियों को एक लॉरी से बचाया गया था।
लॉरी डायप्पे से न्यूहेवन के लिए नौका पर चढ़ने की तैयारी कर रही थी। अधिकारियों ने बताया कि गर्मी और जगह कीह कमी के कारण सांस लेना मुश्किल हो गया था।
दोनों में शामिल लॉरी ड्राइवरों को बाद में नीदरलैंड और फ्रांस में जेल में डाल दिया गया। एनसीए यह साबित कर दिया कि इकराम का गिरोह दोनों प्रयासों में शामिल था।
खान और इकराम के बीच बातचीत से पता चला कि वे उन लॉरियों का पीछा करने के लिए जीपीएस ट्रैकर्स का उपयोग कर रहे थे, जिन्हें उन्होंने प्रवासियों को छिपाने के लिए ड्राइवरों की जानकारी के बिना तोड़ने की व्यवस्था की थी।
ट्रैकर्स में से एक खान के घर पर पाया गया था, जब उसे एनसीए द्वारा गिरफ्तार किया गया था। एनसीए ने कहा कि 2020 में, खान और इकराम ने प्रवासियों की तस्करी के उद्देश्य से एक कठोर पतवार वाली इन्फ्लेटेबल नाव खरीदी, और इकराम ने जून में पावरबोट चलाने के लिए एक कोर्स में भाग लिया।
जुलाई में, इस जोड़े का सामना सीमा बल द्वारा सफ़ोल्क के तट पर उनके आरएचआईबी में किया गया था।
उन्होंने अधिकारियों को बताया कि वे स्कूबा डाइविंग स्थलों की तलाश कर रहे थे, और वाल्टन-ऑन-द-नेज़ लौट आए।
एनसीए शाखा कमांडर एंडी नॉयस ने एक बयान में कहा, “इकराम और खान को उन लोगों की सुरक्षा की कोई परवाह नहीं थी, जिन्हें वे ले जा रहे थे, वे केवल उनसे पैसा कमाने में रुचि रखते थे।”
इकराम को 2021 में एनसीए द्वारा गिरफ्तार किया गया था, उस पर लोगों की तस्करी के अपराध का आरोप लगाया गया था और अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया था। उन्हें और खान दोनों को जुलाई 2022 में एनसीए द्वारा अन्य अपराधों के सिलसिले में हिरासत में लिया गया था और उन पर अवैध आप्रवासन को बढ़ावा देने की साजिश रचने के तीन आरोप लगाए गए थे।
इकराम ने आरोप स्वीकार कर लिया, खान मुकदमे में चला गया। शुक्रवार को रीडिंग क्राउन कोर्ट की एक जूरी ने उसे तीनों मामलों में दोषी पाया।
उन्हें 30 अक्टूबर को सजा सुनाई जाएगी।
–आईएएनएस
सीबीटी