भोपाल, 24 सितंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के गुना जिले के म्याना थाना क्षेत्र में हुई देवा पारधी की हिरासत में मौत के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बड़ी घोषणा की है। इस मामले में दो आरोपी पुलिस अधिकारी अभी भी फरार हैं। इन्हें पकड़ने में मदद करने वालों के लिए सीबीआई ने 2-2 लाख रुपए के नकद इनाम की घोषणा की है।
सीबीआई के मुताबिक, देवा पारधी की मौत पुलिस हिरासत में हुई, जिसकी जांच एजेंसी द्वारा की जा रही है। मामले में पहले ही तीन आरोपियों (उपनिरीक्षक देवराज सिंह परिहार, टाउन इंस्पेक्टर जुबैर खान और एक अन्य व्यक्ति) को गिरफ्तार कर चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।
इस केस से जुड़े दो और पुलिसकर्मी (संजीत सिंह मवै, जो घटना के समय म्याना थाने के टाउन इंस्पेक्टर थे और उत्तम सिंह कुशवाहा, जो उस समय सहायक उपनिरीक्षक थे) अब तक फरार हैं।
इन दोनों पर गिरफ्तारी के लिए गैर-जमानती वारंट जारी किए जा चुके हैं। इसके साथ ही दोनों को अदालत ने ‘घोषित अपराधी’ भी घोषित कर दिया है।
सीबीआई ने जनता से अपील करते हुए कहा कि यदि किसी के पास इन दोनों फरार आरोपियों (संजीत सिंह मवै और उत्तम सिंह कुशवाहा) की सही और विश्वसनीय जानकारी है तो वह सीबीआई को सूचित कर सकता है। प्रत्येक आरोपी की सूचना देने वाले को 2 लाख रुपए का नकद इनाम दिया जाएगा।
एजेंसी ने कहा है कि इस कदम का मकसद आम नागरिकों को इस जांच में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना और इन फरार आरोपियों तक पहुंचना है।
सीबीआई ने यह भी स्पष्ट किया है कि सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान को पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। यह इनाम केवल पुख्ता और विश्वसनीय सूचना देने पर ही मान्य होगा, जिससे इन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सके।
देवा पारधी की मौत वर्ष 2023 में म्याना थाने की पुलिस हिरासत में हुई थी। इस घटना ने उस समय भारी जन आक्रोश और विरोध प्रदर्शनों को जन्म दिया था। मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई थी।
–आईएएनएस
वीकेयू/डीकेपी