नई दिल्ली, 18 अगस्त (आईएएनएस)। भाजपा ने द्वारका एक्सप्रेस-वे को भारत में राजमार्ग विकास का एक बड़ा प्रतीक बताते हुए आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी एक्सप्रेस-वे को बदनाम करने और इस पर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है जो कि निंदनीय है।
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आप के रवैए की आलोचना करते हुए कहा कि द्वारका एक्सप्रेस-वे को बदनाम करने के लिए सीएजी की जिस रिपोर्ट का हवाला दिया जा रहा है, वह कोई समग्र रिपोर्ट नहीं है। दरअसल यह इस धारणा पर आधारित है कि चार लेन का फ्लाईओवर बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा है कि आठ साल की सरकार के बाद भी आम आदमी पार्टी के पास बताने के लिए कोई विकास परियोजना नहीं है, जबकि केंद्र सरकार ने दिल्ली को इंजीनियरिंग के कई चमत्कार दिए हैं।
सचदेवा ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेस-वे एक इंजीनियरिंग कौशल है और भारत में राजमार्ग विकास का एक बड़ा प्रतीक है, जो दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ शहरी राजमार्गों के बराबर है। द्वारका एक्सप्रेस-वे ने दिल्ली शहर में प्रदूषण के स्तर को कम करने के अलावा देश के पश्चिमी हिस्से के साथ उत्तर भारतीय राज्यों और पश्चिमी दिल्ली की कनेक्टिविटी को बहुत आसान बना दिया है क्योंकि उत्तर भारतीय राज्यों से पश्चिमी भारत की ओर जाने वाले भारी यातायात को इस पर मोड़ दिया गया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग द्वारका एक्सप्रेस-वे, अक्षरधाम – मेरठ एक्सप्रेस-वे, धौला कुआं – एयरपोर्ट रोड, दिल्ली – मुंबई एक्सप्रेस-वे, महरौली – बदरपुर रोड और यूईआर -2 जैसे चमत्कार देने के लिए केंद्र सरकार की आभारी है।
उन्होंने आगे कहा कि यह योजना पहली बार 2000 की शुरुआत में भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखे बिना तत्कालीन यातायात की मात्रा के आधार पर बनाई गई थी, इसलिए अनुमानित लागत भी कम थी। इसे सबसे पारदर्शी अंतर्राष्ट्रीय टेंडर प्रक्रिया के बाद ठेकेदारों द्वारा बनाया गया है। द्वारका एक्सप्रेसवे की लंबाई 29 किमी है और यह 14 लेन का है। 8 लेन एलिवेटेड हैं जबकि 6 लेन सर्विस लेन हैं, जिससे यह 563 किलोमीटर लंबी लेन परियोजना बन गई है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी को द्वारका एक्सप्रेसवे जैसे कौशल को बदनाम करने की कोशिश करने के बजाय अपनी खुद की बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाएं पेश करनी चाहिए।
सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा कि वे दिल्ली में 2014 से केंद्र सरकार द्वारा पूरी की गई विकास परियोजनाओं की तुलना में 2015 से दिल्ली में उनकी सरकार द्वारा किए गए विकास परियोजनाओं पर चर्चा के लिए दिल्ली विधानसभा का सत्र बुलाएं।
उन्होंने कहा कि 2020 के चुनावों के बाद से, दिल्ली के लोगों ने अब अरविंद केजरीवाल की सांप्रदायिकता, निष्क्रियता, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का असली चेहरा देखा है और 2025 में उन्हें सत्ता से बाहर कर देंगे।
उन्होंने दिल्ली सीएम की आलोचना करते हुए यह भी कहा कि आज फिर से दिल्ली के लोगों ने अरविंद केजरीवाल को मुफ्त पानी और बिजली के मुद्दे उठाते हुए और दिल्ली विधानसभा में पीड़ित कार्ड खेलते हुए देखा है। लेकिन लोगों को सच्चाई पता है कि केजरीवाल असंतुष्ट हैं क्योंकि उन्होंने ट्रांसफर पोस्टिंग की अपनी शक्तियां खो दी हैं, जिसका दुरुपयोग वह चुनावी निधी एकत्र करने के लिए कर रहे थे।
–आईएएनएस
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