नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। भारत और तंजानिया के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। दोनों देशों की इस बैठक में ट्रेनिंग साझेदारी, सर्विस-टू-सर्विस विषय, समुद्री सहयोग और रक्षा उद्योग संबंधी सहयोग बढ़ाने का विषय शामिल रहा।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक दोनों देशों के बीच यह संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (जेडीसीसी) की तीसरी बैठक थी। बैठक में दोनों पक्षों ने सहयोग के विस्तृत क्षेत्रों पर चर्चा की। बैठक में जेडीसीसी के पिछले निर्णयों की प्रगति की समीक्षा और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए नए क्षेत्रों की पहचान भी की गई है। यहां भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमिताभ प्रसाद ने किया।
प्रतिनिधिमंडल में सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। तंजानिया में भारत के उच्चायुक्त बिश्वदीप डे ने भी बैठक में भाग लिया। तंजानियाई प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वहां की थल सेना के कमांडर मेजर जनरल फदिल ओमारी नोंडो ने किया। तंजानियाई प्रतिनिधिमंडल अपने दौरे में गोवा शिपयार्ड लिमिटेड भी जाएगा। वहां यह प्रतिनिधिमंडल बंदरगाह के विकास और पोत निर्माण में भारत की क्षमताओं का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करेगा।
तंजानियाई प्रतिनिधिमंडल नेवी के समुद्री जहाज आईएनएस हंसा और गोवा में राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण संस्थान का भी दौरा करेगा। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारत के तंजानिया के साथ घनिष्ठ, मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जो क्षमता निर्माण और साझेदारी विकसित करने के अवसरों से और सुदृढ़ हुआ है। दोनों देशों ने रक्षा सहयोग के लिए पांच वर्ष का कार्यक्रम निर्धारित किया है।
इससे पहले इसी महीने की शुरुआत में भारतीय नौसेना प्रमुख ने तंजानिया समेत कई अन्य देशों से एक साथ संपर्क किया था। यह संपर्क उच्च स्तरीय वर्चुअल इंटरैक्शन ‘महासागर’ के अंतर्गत किया गया था। इस महत्वपूर्ण बातचीत का विषय ‘हिंद महासागर क्षेत्र में आम समुद्री सुरक्षा चुनौतियों को कम करने के लिए प्रशिक्षण सहयोग’ था। यह सहयोग हिंद महासागर क्षेत्र में आम समुद्री चुनौतियों को कम करने में काफी महत्वपूर्ण रहा है।
वहीं, तंजानिया के साथ भारत ने महत्वपूर्ण शैक्षणिक संबंध भी स्थापित किए हैं। देश के बाहर आईआईटी का पहला कैंपस तंजानिया (जंजीबार) में शुरू किया गया है। यहां उच्च शिक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण तकनीकी और आधुनिक पाठ्यक्रम उपलब्ध कराए गए हैं। तंजानिया में यह कैंपस आईआईटी मद्रास के सहयोग से स्थापित किया गया है।
–आईएएनएस
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