धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।
–आईएएनएस
एसएनसी/एबीएम
ADVERTISEMENT
धनबाद, 1 जनवरी (आईएएनएस)। धनबाद जिले के कतरास थाना क्षेत्र में सोमवार को भू-धंसान की घटना में तीन घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। यह हादसा लकडका 9 नंबर इलाके में सोमवार की सुबह हुआ। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
तेज आवाज के साथ भू-धंसान होते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए। पूरी बस्ती में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। मकानों के जमींदोज होने से लाखों का नुकसान हुआ है। हादसे से प्रभावित हुए नारायण भारती ने बताया कि सुबह वे लोग घर में थे, तभी तेज आवाज हुई और धरती में कंपन महसूस हुआ। सारे लोग भागकर घरों से बाहर निकल आए। इस बीच पहले दीवारों में धीरे-धीरे दरारें पडीं और देखते-देखते अलग-बगल के तीन मकान एक साथ ध्वस्त हो गए।
मकानों के बेशकीमती सामान नष्ट हो गए। बता दें कि धनबाद जिले में बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) की कई कोलियरियों में कोयले के लगातार खनन के बाद जमीन खोखली हो गई है। कई क्षेत्रों में आग भी लगी है। इसके बावजूद इन इलाकों में बड़ी संख्या में लोग मकान बनाकर या बीसीसीएल के क्वार्टरों में रह रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन क्षेत्रों में माइनिंग के बाद खदानों की सही तरीके से भराई न कराए जाने की वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। एक साल के दौरान धनबाद में भू-धंसान की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हुई हैं।