उत्खनन के लिये हो रहे विस्फोट से मानेगांव में ग्रामीणों की जान को खतरा
बस्ती से कुछ दूर लगे हैं बड़े-बड़े क्रेशर
जबलपुर, देशबन्धु। जिले के बरगी क्षेत्र के ग्राम मानेगांव बस्ती के रहवासी इन दिनों भय के साये में जीने को मजबूर हैं। पूरा इलाका क्रेशर संचालक अपनी खदानों में तेजी से उत्खनन कर रहे हैं। बरगी का ग्राम मानेगांव में बड़ी तादात में क्रेशर मशीनों से उत्खनन के लिये जाना जाता है, लेकिन यहां क्रेशरों में दुर्घटनाओं के कारण यहां के ग्रामीण परेशान थे, लेकिन अब इन ग्रामीणों की नई परेशानी यह है कि यहां बस्ती से 150 मीटर की दूरी पर स्थित एक क्रेशर द्वारा उत्खनन के लिये चट्टानों में विस्फोट किया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों की जान अधर में अटक गई है। इस इलाके में अधिकतर के्रशर संचालक चट्टानों में विस्फोट कर गिट्टी बना रहे हैं और डस्ट भी बेच रहे हैं। जिसके कारण पूरे इलाके में धूल भरा माहौल होने से ग्रामीणों में बीमारी का खतरा भी बढ़ गया है।
गांव के मकानों में आयी दरारें
मानेगांव बस्ती के कुछ ही दूर इस विस्फोट करने की प्रक्रिया से वहां के रहवासियों के घरों में दरारें आ गई हैं, और मकान काफी जर्जर होते जा रहे हैं। यहां एक शासकीय स्कूल भी है, जहां छोटे-छोटे बच्चे पढ़ाई करते हैं। वह भी इस विस्फोट के चपेट में आ गया है। इन क्रेशरों की वजह से स्कूल के बच्चे शिक्षक व अन्य कर्मी भयभीत हैं। उन्हें अशंका है कि किसी दिन इस विस्फोट से बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। इस स्कूल के शिक्षक ने बताया कि इन क्रेशरों में लगातार हो रहे विस्फोट से स्कूल की हालात बहुत जर्जर हो गई है। बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है, लेकिन क्रेशर रसूखदारों के होने के कारण ग्रामीणों में इसका विरोध करने की हिम्मत नहीं है। ये रसूखदार ग्रामीणों को डरा धमका कर उन्हें चुप करा देते हैं।
जमीनी जल स्तर घटा
एक ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यहां स्थित क्रेशरों में लगातार हो रहे विस्फोट के कारण ग्राम मानेगांव व आसपास के क्षेत्र में जमीनी जल स्तर लगातार घट रहा है। बस्ती में लगे सरकारी हैंडपंप में भी पानी नहीं आ रहा है। जिसके कारण गांव में जल संकट मंडराने लगा है। लोगों को पानी के लिये यहां-वहां भटकना पड़ रहा है।
पानी की टंकी गिरने से हो सकता है बड़ हादसा
गांव में पानी की समस्या को देखते हुये जिला प्रशासन के द्वारा मानेगांव में एक बड़ी पानी की टंकी का निर्माण कराया है। जिसमें हजारों गैलेन पानी का भंडारण किया जा रहा है। इस टंकी से मानेगांव समेत आसपास के गांवों में भी पानी की पूर्ति की जा रही है, लेकिन इलाके में हो क्रेशरों में लगातार हो रहे विस्फोट के कारण इस पानी की टंकी पर भी खतरा मंडराने लगा है। ग्रामीणों ने बताया कि विस्फोट की धमक से पूरी जमीन में भूकंप आने जैसा महसूस होता है। इस कंपन से टंकी के अचानक गिरने की संभावना बनी हुई है। जल्द ही जिला प्रशासन ने इस ओर कोई कदम नहीं उठाया तो जल्द ही बड़ा हादसा हो सकता है। गौरतलब है कि मानेगांव में कुछ दिन पहले एक क्रेशर संचालक की लापरवाही से एक युवक की जान जा चुकी है।
विरोधकर्ता को मिल रही धमकी
मानेगांव में इन क्रेशरों से ग्रामीणों को हो रही हानि और दुर्घटनाओं का अंदेशा होने पर गांव के युवक ने आवाज उठाई, लेकिन नाम नहीं छापने की शर्त पर उसने देशबन्धु संवाददाता को बताया कि वह गांव की समिति का सदस्य है। बस्ती से 150 मीटर की दूरी पर स्थित नीलम क्रेशर में चट्टानों में हो रहे विस्फोट से पूरे ग्रामीणों की जान खतरे में है। लगातार हो रहे विस्फोट से गांव में बने घरों, शासकीय स्कूल, पानी की टंकी में दरारें आ चुकी हैं। जिससे बड़ा हादसा होने का खतरा बन गया है। कुछ दिन पहले खनिज अधिकारी मानेगांव आये थे, और उन्होंने क्रेशर संचालकों का विस्फोट नहीं करने की हिदायत दी थी, लेकिन इसके बाद भी यह कार्य यहां किया जा रहा है। अब ये क्रेशर मालिक इन ग्रामीणों के दुश्मन बन गये हैं, और इस युवक को मारने की धमकी दे रहे हैं। जिससे भयभीत युवक व उसके परिवार सहित ग्रामीणों को भी जान का खतरा है। युवक ने मंगलवार को बरगी थाना में स्वंय व ग्रामीणों की सुरक्षा की गुहार लगाई है। इस मामले की शिकायत सीएम हेल्प लाईन में भी की जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पायी है।