चेन्नई, 14 मार्च (आईएएनएस)। एआईएडीएमके महासचिव और विधानसभा में विपक्ष के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी तमिलनाडु सरकार के बजट की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में कोई नई योजना घोषित नहीं की गई, लेकिन इस साल कई नई योजनाओं की घोषणा की गई, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें कैसे वित्तपोषित किया जाएगा।
पलानीस्वामी ने फंडिंग स्रोतों की कमी का हवाला देते हुए नई योजनाओं को लागू करने की सरकार की क्षमता पर सवाल उठाया।
उन्होंने डीएमके सरकार पर नई योजनाओं की घोषणा करके अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने आगे कहा कि बजट “झूठ का पुलिंदा” है और सरकार लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने बताया कि डीएमके सरकार की कई घोषणाएं, जैसे कि एनईईटी को रद्द करना, लागू नहीं की गई हैं। उन्होंने सरकार के कर्ज से निपटने की भी आलोचना की, कहा कि तमिलनाडु पर सभी राज्यों में सबसे अधिक कर्ज है।
पलानीस्वामी ने संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन से निपटने के सरकार के तरीके की भी आलोचना की, कहा कि यह केवल तमिलनाडु ही नहीं, बल्कि कई राज्यों की समस्या है।
विपक्ष के नेता एडप्पादीपलानीस्वामी ने आगे कहा कि तमिलनाडु सरकार को कथित शराब घोटाले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि जांच में 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बावजूद सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है। डीएमके सरकार नैतिक जिम्मेदारी ले और इस्तीफा दें।
वहीं अम्मा मक्कल मुनेत्र कड़गम (एएमएमके) के महासचिव टीटीवी दिनाकरन ने तस्माक घोटाले और चेन्नई नगर निगम में हाल ही में हुए शौचालय भ्रष्टाचार घोटाले का हवाला देते हुए कहा कि मौजूदा डीएमके सरकार भ्रष्टाचार के लिए कुख्यात है। आने वाले चुनावों में इसकी गूंज जरूर सुनाई देगी। तमिलनाडु की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव में बदलाव का मन बना लिया है।
–आईएएनएस
एकेएस