अमरावती, 24 मई (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) नए संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्कार में विपक्षी दलों के साथ नहीं आएगी। वाईएसआरसीपी के सूत्रों ने पुष्टि की कि पार्टी के सांसद उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे।
वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता वी. विजयसाई रेड्डी और पार्टी के सांसद 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे।
विजयसाई रेड्डी ने पहले ही उद्घाटन का स्वागत किया है। उन्होंने ट्वीट किया, नई इमारत एक ऐसे भारत का चित्रण है जो आधुनिक, आत्मनिर्भर और गौरवान्वित है। आखिरकार हमारे पास एक ऐसी इमारत है, जो एक लोकतांत्रिक देश की संसद के रूप में काम करने के लिए बनाई गई है।
वाईएसआरसीपी के उद्घटन में भाग लेने का निर्णय आश्चर्यजनक नहीं है, क्योंकि पार्टी ने केंद्र में भाजपा की अगुआई वाली सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों का आनंद उठाया था।
जब से वाईएसआरसीपी चार साल पहले राज्य में सत्ता में आई, उसने मोदी सरकार के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखे। इसने संसद में प्रमुख विधेयकों को पारित करने में महत्वपूर्ण समर्थन दिया।
इसने तीन तलाक के अपराधीकरण और जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करने जैसे महत्वपूर्ण विधेयकों का भी समर्थन किया। जगन की पार्टी ने भी तीन विवादास्पद कृषि कानूनों पर एनडीए सरकार का साथ दिया।
वाईएसआरसीपी ने 2017 और 2022 दोनों में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनावों में एनडीए उम्मीदवारों को समर्थन दिया।
महत्वपूर्ण मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरने के लिए वाईएसआरसीपी कभी भी विपक्षी दलों के किसी भी प्रयास का हिस्सा नहीं रही है।
राजनीतिक विश्लेषक इसे जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पार्टी की मुख्य विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) की मजबूरी के रूप में देखते हैं, जो भाजपा के साथ अपने गठबंधन को पुनर्जीवित करने की इच्छुक है।
–आईएएनएस
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