लखनऊ, 12 जून (आईएएनएस)। केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के महासंपर्क अभियान के हिस्से के रूप में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह क्रमश: 27 और 29 जून को श्रावस्ती और बिजनौर में रैलियों को संबोधित करेंगे।
2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा श्रावस्ती और बिजनौर दोनों में बसपा के राम शिरोमणि वर्मा और मलूक नागर से हार गई।
बीजेपी अब तक अपने नेताओं द्वारा जीती गई संसदीय सीट गौतम बुद्ध नगर, फिरोजाबाद, मिस्रिख, गोंडा, लखनऊ, बहराइच, एटा, लखीमपुर खीरी और कैसरगंज में अपनी रैलियों का आयोजन करती रही है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि चल रहे प्रचार अभियान के दौरान शाह और नड्डा की रैलियां आयोजित करने की योजना संभावित रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के अभियान की दिशा तय करेगी।
यूपी बीजेपी के प्रदेश महासचिव संजय राय ने कहा कि नड्डा और शाह की रैलियों को अस्थायी रूप से रेखांकित किया गया है।
उन्होंने कहा, पार्टी आलाकमान से जल्द ही अंतिम मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के अभियान को आगे बढ़ाने के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में शाह और नड्डा की रैलियां काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।
अखिलेश ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर सरकार की विफलता के लिए आक्रामक रुख अख्तियार किया है।
राय ने कहा कि बीजेपी सोशल मीडिया संवाद, सामाजिक रूप से प्रबुद्ध वर्ग के लिए सम्मेलन, व्यापारी सम्मेलन, वरिष्ठ कार्यकर्ता बैठक, टिफिन मीटिंग भी आयोजित करती रही है। ये उन रैलियों के अलावा हैं जो भाजपा अपने सांसदों के लोकसभा क्षेत्रों में आयोजित करती रही है।
–आईएएनएस
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