सतना, देशबन्धु। नागौद जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली महतैन गांव में आज से तकरीबन दो माह पहले नल जल योजना के कनेक्शन लोगों को दिये गये थे। इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी आज तक इन्हे पानी नहीं नसीब हो पाया है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि सरकार नल जल योजना में पैसा पानी की तरह बहा रही है इसके बाद भी पानी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है।
दूसरे गांव में आश्रित
इस गांव की अगर आबादी की बात करें तो यहां कुल 65परिवार हैं। जिन्हे नल-जल योजना के तहत कनेक्शन दिया गया। जब उन्हे पानी नहीं मिला तो वह सूखे कंठ की प्यास बुझाने के लिए दूसरे गांव में आश्रित हो गये हैं। बताया गया है कि इस गांव में बंगाल के शरणार्थी परिवार निवास करते हैं, जिन्हें पानी के लिए पड़ोसी गांव की ओर देखना पड़ रहा है।
हो चुकी है हैंडओवर
महतैन ग्राम पंचायत में लाखों रुपए की लागत से नल जल योजना का काम किया जा चुका है। बताया गया है कि दो वर्ष इस योजना का कार्य पूरा करने के बाद इसे पंचायत को हैंडओवर कर दिया गया। इसके बाद भी ग्रामीणों को पानी न मिलना सबसे ज्यादा चिंता का विषय है।
समूह ने खड़े किये हांथ
बताया गया है कि नल जल योजना का कार्य मारुति महिला स्व सहायता समूह को पेयजल सप्लाई और राजस्व वसूली की जिम्मेदारी दी गई। कुछ महीनों बाद समूह के द्वारा हाथ खड़े कर लिए गए। जिसके बाद पंचायत द्वारा काम किया जाने लगा।
बंद है मोटर
बोर में जो सप्लाई के लिए मोटर डाली गई है वह काफी समय से बंद पड़ी हुई है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाइन में की है। जिसका शिकायत नम्बर 31133073 है। इसके बाद भी इस समस्या का निदान आज तक नहीं हो सका है। आलम यह है कि लोग बूंद-बूंद पानी के लिए मोहताज हो रहे हैं।
पंचायत की सरपंच असहाय
ग्राम पंचायत महतैन के जल संकट के चलते पंचायत की सरपंच शायद महसूस नहीं कर पा रही हैं। यही कारण है कि उनके द्वारा इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। पंचायत की सरपंच महिला है और वह इसी बात का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ रही हैं, लेकिन सवाल उठता है कि जब राजस्व वसूली में कोई कोताही नहीं हो रही तो फिर ग्रामीणों के पेयजल का प्रबंध करने में इतनी लापरवाही क्यों की जा रही है।
इनका कहना है
नल-जल के कनेक्शन दिये जा चुके हैं। राजस्व भी वसूला जा रहा है। इसके बाद भी पानी का न मिलना सबसे ज्यादा हैरानी में डाल रहा है। न जाने कब तक यह स्थिति निर्मित रहेगी।
सुबाल बुदुक
नल जल योजना बंन्द पड़ी है । पीने का पानी खेतों से लाकर सूखे कंठ की प्यास बुझा रहे हैं। लो वोल्ट होने के कारण खेतों के भी बोर नहीं चल रहे हैं। बहुत ज्यादा मुशीबत हम लोगों के साथ है।
डॉ. सुकुमार मंडल