नई दिल्ली, 10 सितंबर (आईएएनएस)। सीपी राधाकृष्णन मंगलवार को देश के नए उपराष्ट्रपति चुने गए, जो राज्यसभा के सभापति की भूमिका भी निभाएंगे। इस मौके पर कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने बुधवार को सीपी राधाकृष्णन को शुभकामनाएं दीं।
इसके साथ ही, जयराम रमेश ने देश के प्रथम उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के प्रथम सभापति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के आदर्शों की याद दिलाई है।
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, जो राज्यसभा के सभापति भी होंगे, उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के प्रथम सभापति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के प्रेरक शब्दों को स्मरण करती है।”
जयराम रमेश ने डॉ. राधाकृष्णन के 16 मई, 1952 को राज्यसभा के उद्घाटन सत्र में दिए गए ऐतिहासिक भाषण का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था, “मैं किसी एक दल का नहीं हूं, और इसका अर्थ यह है कि मैं इस सदन के हर दल का हूं। मेरा प्रयास संसदीय लोकतंत्र की सर्वोच्च परंपराओं को बनाए रखना होगा और प्रत्येक दल के प्रति पूर्ण निष्पक्षता और समानता के साथ कार्य करना होगा, किसी के प्रति द्वेष नहीं। सभी के प्रति सद्भावना रखते हुए, यदि कोई लोकतंत्र विपक्षी समूहों को सरकार की नीतियों की निष्पक्ष, स्वतंत्र और स्पष्ट आलोचना करने की अनुमति नहीं देता है, तो वह तानाशाही में बदल सकता है।”
कांग्रेस सांसद ने आगे लिखा, “डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपने जीवन में इन बातों को अक्षरशः और भावना, दोनों ही अर्थों में पूरी तरह आत्मसात किया।”
बता दें कि सीपी राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति चुनाव में सत्ताधारी एनडीए के उम्मीदवार थे। कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों के ‘इंडिया’ ब्लॉक ने बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना कैंडिडेट बनाया था। हालांकि, मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन ने 452 वोटों के साथ जीत हासिल की है।
–आईएएनएस
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