मुंबई, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। ‘दूसरी मां’ में कृष्णा के रूप नजर आने वाले अभिनेता आयुध भानुशाली ने बताया कि गुजरातियों के बीच नवरात्रि की प्रतीक्षा बेहद खास है। उन्होंने इस वर्ष के उत्सव के बारे में भी बात शेयर की।
आयुध भानुशाली ने बताया कि मेरे और परिवार के लिए गुजरातियों के बीच नवरात्रि की प्रतीक्षा खास होती है। तैयारियां बहुत पहले शुरू हो जाती हैं। जबकि हमारे घर में हर कोई नौ दिनों का उपवास रखता है, बच्चों को इसकी अनुमति नहीं है।
उन्होंने बताया कि शाम की आरती में भाग लेना और फिर घर में खूबसूरती से सजी मटकी के सामने गरबा खेलना एक परंपरा है, जिसे हम सभी संजोते हैं। हम जीवंत गरबा पोशाक पहनते हैं और एक साथ नृत्य करते हैं, जिसका मैं हर साल पूरी तरह से आनंद लेता हूं और उत्सुकता से इंतजार करता हूं।
आयुध ने कहा कि हम भी अपने दोस्तों के साथ गरबा खेलने और पूरी रात नृत्य करने के लिए पास के मैदान में जाते हैं। यह निस्संदेह मेरे पसंदीदा त्योहारों में से एक है, जिसे मैं अटूट भक्ति और उत्साह के साथ मनाता हूं।
‘दूसरी मां’ के वर्तमान ट्रैक में अरविंद (मयंक मिश्रा), दादाजी (सुनील दत्त) को यशोदा की चाय की दुकान पर जाने से रोकने के लिए उनकी चप्पल काटकर तोड़फोड़ करते हैं। अपने प्रयासों के बावजूद, दादाजी रास्ते में असुविधा सहते हुए नंगे पैर चलते हैं।
बाजार में, कृष्णा (आयुध भानुशाली) दादाजी को मालती (अनीता प्रधान) के साथ नंगे पैर चलते हुए देखता है और उनकी चप्पल की मरम्मत करने की पेशकश करता है। कामिनी (प्रीति सहाय) इसे देखती है और तुरंत अरविंद को खबर देती है, जिससे उसका गुस्सा भड़क जाता है।
यशोदा दादाजी की दुर्दशा देखती है और अपने परिवार के दुर्व्यवहार से व्यथित हो जाती है। कृष्णा बाद में सभी को बताते हैं कि एक मोची ने खुलासा किया कि किसी ने जानबूझकर दादाजी की चप्पल को नुकसान पहुंचाया।
–आईएएनएस
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