बीजिंग, 21 जनवरी (आईएएनएस)। हाल के वर्षों में, वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए, विभिन्न देशों ने हरित विकास पर ध्यान केंद्रित किया है और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को सख्ती से बढ़ावा दिया है। स्वच्छ ऊर्जा, जिसे हम अक्सर हरित ऊर्जा कहते हैं, उस ऊर्जा को संदर्भित करती है जो प्रदूषकों का उत्सर्जन नहीं करती है और जिसका उपयोग सीधे उत्पादन और जीवन के लिए किया जा सकता है।
स्वच्छ ऊर्जा में परमाणु ऊर्जा और “नवीकरणीय ऊर्जा” शामिल है। नवीकरणीय ऊर्जा में सौर ऊर्जा, जल ऊर्जा, पवन ऊर्जा, बायोमास ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा आदि शामिल हैं। इन्हें प्रकृति में पुनर्चक्रित किया जा सकता है और ये अक्षय ऊर्जा स्रोत हैं।
23 से 24 जनवरी तक, चीन के शांगहाई शहर में पांचवें “2024 पवन ऊर्जा प्रौद्योगिकी शांगहाई अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन” और “अपतटीय पवन ऊर्जा उद्योग के नवाचार और विकास पर 2024 शांगहाई मंच” आयोजित किए जाएंगे।
इस मौके पर, प्रासंगिक उद्योग प्रतिनिधि भूमि और महासागर पवन ऊर्जा उद्योग में तकनीकी नवाचार और विकास की वर्तमान स्थिति, अनुप्रयोगों और रुझानों पर संवाद करने, चर्चा करने और साझा करने के लिए एकत्रित होंगे।
चीन पवन ऊर्जा उत्पादन में एक प्रमुख देश है और उसने पवन ऊर्जा उद्योग को राष्ट्रीय रणनीतिक उभरते उद्योगों में से एक के रूप में शामिल किया है।
नीतिगत मार्गदर्शन और बाजार मांग के तहत, चीनी पवन ऊर्जा उद्योग ने तेजी से विकास हासिल किया है। सितंबर 2023 के अंत तक, चीन की संचयी स्थापित पवन ऊर्जा क्षमता 40 करोड़ किलोवाट से अधिक हो गई, जो साल 2022 की समान अवधि की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक थी, जिसमें 36.8 करोड़ किलोवाट तटवर्ती पवन ऊर्जा और 3.189 करोड़ किलोवाट अपतटीय पवन ऊर्जा शामिल है।
हाल के वर्षों में, चीन ने अपनी ऊर्जा संरचना के हरित परिवर्तन को बढ़ावा देना जारी रखा है और नई सफलताएं हासिल करने के लिए पवन ऊर्जा और फोटोवोल्टिक बिजली उत्पादन जैसी स्वच्छ ऊर्जा के विकास को सक्रिय रूप से निर्देशित किया है। अब, चीन की स्वच्छ ऊर्जा धीरे-धीरे “पवन और सौर ऊर्जा” युग में प्रवेश कर गई है।
चीन की जलविद्युत, पवन ऊर्जा और फोटोवोल्टिक बिजली उत्पादन की संचयी स्थापित क्षमता कई वर्षों से दुनिया में पहले स्थान पर है। देश में पवन और सौर ऊर्जा की कुल स्थापित क्षमता 1 अरब किलोवाट से अधिक हो गई।
इसी अवधि में पवन ऊर्जा और फोटोवोल्टिक बिजली उत्पादन शहरी और ग्रामीण निवासियों की बिजली खपत से अधिक हो गया है, जो समाज में कुल बिजली खपत का 15 प्रतिशत से ज्यादा है।
8 जनवरी 2024 को, छिंगहुआ विश्वविद्यालय के कार्बन तटस्थता अनुसंधान संस्थान ने पेइचिंग में “चीन के कार्बन तटस्थता लक्ष्य के तहत पवन और सौर प्रौद्योगिकी की संभावनाएं” शीर्षक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा गया कि कार्बन की चरम पर पहुंच और कार्बन तटस्थता की पृष्ठभूमि के तहत, भविष्य में चीन की पवन और सौर ऊर्जा के उत्पादन का बहुगुणित विकास होगा।
कार्बन तटस्थता लक्ष्य के तहत, साल 2060 में चीन की पवन ऊर्जा और फोटोवोल्टिक स्थापित क्षमता साल 2020 में कुल पवन और फोटोवोल्टिक स्थापित क्षमता से दस गुना से अधिक तक पहुंच जाएगी।
साथ ही, पवन और फोटोवोल्टिक बिजली उत्पादन प्रौद्योगिकी के निरंतर विकास और बिजली उत्पादन दक्षता की उन्नति के चलते, साल 2060 में पवन और फोटोवोल्टिक बिजली उत्पादन साल 2020 में पवन और फोटोवोल्टिक बिजली उत्पादन के 13 गुना से अधिक तक पहुंच जाएगा।
पवन ऊर्जा और फोटोवोल्टिक ऊर्जा की कुल स्थापित क्षमता सभी बिजली स्रोतों की कुल स्थापित क्षमता का 83 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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