नालंदा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। शनिवार को देशभर में दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है, जिसमें रावण का दहन बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। बिहारशरीफ के सोहसराय अड्डा में इस बार दुर्गा पूजा का त्योहार विशेष रूप से ध्यान आकर्षित कर रहा है। यहां मूंग दाल से बनी मां दुर्गा की अद्भुत प्रतिमा स्थापित की गई है, जो लोगों का मन मोह रही है।
इस अनोखी प्रतिमा को बनाने में लगभग 200 किलो मूंग दाल का इस्तेमाल किया गया है। मुंगेर से आए 10 कारीगर पिछले दो महीने से इस पर काम कर रहे थे। इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत लगभग 6-8 लाख रुपये आई है। यह क्षेत्र अनाज से बनी मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। यहां हर साल कुछ नया करने की कोशिश की जाती है।
इस बार मूंग दाल की प्रतिमा और केरल के भव्य पद्मावत मंदिर की तर्ज पर बनाए गए पंडाल ने लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है। दूर-दूर से लोग इस अनोखी प्रतिमा को देखने आ रहे हैं और इसकी खूबसूरती तथा कलाकारी की भरपूर प्रशंसा कर रहे हैं। इस पर्व ने न केवल धार्मिकता को बढ़ावा दिया है, बल्कि लोगों के बीच एकता और संस्कृति का भी संचार किया है।
इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए स्थानीय निवासी विक्की राज ने बताया, “यहां मां दुर्गा की मूर्ति को केरल के पद्मावत मंदिर की मूर्तियों की तर्ज पर बनाया गया है। इन प्रतिमाओं को बनाने में मूंग का इस्तेमाल किया है, जिसे बनाने लिए मूर्तिकारों को मुंगेर से बुलाया गया है। साथ ही इस पंडाल को पश्चिम बंगाल से मंगाया गया है। इसे बनाने में कुल लागत 6 से 8 लाख रुपए आई है।”
उन्होंने आगे बताया, “इन प्रतिमाओं को मूंग से बनाने के पीछे हमारी सोच में स्वच्छता का भाव था। साथ ही हम इस देवी मां की प्रतिमा के जरिए किसानों के अन्न के प्रति आदर दर्शाना चाहते थे।”
–आईएएनएस
पीएसएम/जीकेटी
नालंदा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। शनिवार को देशभर में दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है, जिसमें रावण का दहन बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। बिहारशरीफ के सोहसराय अड्डा में इस बार दुर्गा पूजा का त्योहार विशेष रूप से ध्यान आकर्षित कर रहा है। यहां मूंग दाल से बनी मां दुर्गा की अद्भुत प्रतिमा स्थापित की गई है, जो लोगों का मन मोह रही है।
इस अनोखी प्रतिमा को बनाने में लगभग 200 किलो मूंग दाल का इस्तेमाल किया गया है। मुंगेर से आए 10 कारीगर पिछले दो महीने से इस पर काम कर रहे थे। इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत लगभग 6-8 लाख रुपये आई है। यह क्षेत्र अनाज से बनी मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। यहां हर साल कुछ नया करने की कोशिश की जाती है।
इस बार मूंग दाल की प्रतिमा और केरल के भव्य पद्मावत मंदिर की तर्ज पर बनाए गए पंडाल ने लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है। दूर-दूर से लोग इस अनोखी प्रतिमा को देखने आ रहे हैं और इसकी खूबसूरती तथा कलाकारी की भरपूर प्रशंसा कर रहे हैं। इस पर्व ने न केवल धार्मिकता को बढ़ावा दिया है, बल्कि लोगों के बीच एकता और संस्कृति का भी संचार किया है।
इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए स्थानीय निवासी विक्की राज ने बताया, “यहां मां दुर्गा की मूर्ति को केरल के पद्मावत मंदिर की मूर्तियों की तर्ज पर बनाया गया है। इन प्रतिमाओं को बनाने में मूंग का इस्तेमाल किया है, जिसे बनाने लिए मूर्तिकारों को मुंगेर से बुलाया गया है। साथ ही इस पंडाल को पश्चिम बंगाल से मंगाया गया है। इसे बनाने में कुल लागत 6 से 8 लाख रुपए आई है।”
उन्होंने आगे बताया, “इन प्रतिमाओं को मूंग से बनाने के पीछे हमारी सोच में स्वच्छता का भाव था। साथ ही हम इस देवी मां की प्रतिमा के जरिए किसानों के अन्न के प्रति आदर दर्शाना चाहते थे।”
–आईएएनएस
पीएसएम/जीकेटी