नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।
–आईएएनएस
एसकेपी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। निजी क्षेत्र के बैंक शेयरों में बुधवार को सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई जिसके चलते सेंसेक्स 1,400 अंक टूट गया। करीब एक बजे तक सेंसेक्स 1,416.05 अंक नीचे 71,712.72 पर कारोबार कर रहा था।
इंडेक्स हैवीवेट, एचडीएफसी बैंक 6.7 फीसदी नीचे है, कोटक महिंद्रा 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है, एक्सिस बैंक 2 फीसदी नीचे है, आईसीआईसीआई बैंक 2 फीसदी नीचे है।
एयू बैंक 3.5 फीसदी नीचे है, आरबीएल बैंक 3 फीसदी और यस बैंक 3 फीसदी नीचे है। बीएसई प्राइवेट बैंक इंडेक्स 3 फीसदी से ज्यादा नीचे है। साउथ इंडियन बैंक 4 फीसदी से ज्यादा नीचे है, यूनियन बैंक 3 फीसदी नीचे है।
एलारा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एचडीएफसी बैंक का 163.7 अरब रुपये का तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ उम्मीद से कम है।
उच्च फंडिंग लागत दबाव को देखते हुए, मुख्य आकर्षण नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) पर अपेक्षा से अधिक दबाव था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग कमाई कम होने पर बहस कर सकते हैं, लेकिन हमारा मानना है कि रिकवरी में अधिक समय लग सकता है और निवेशकों को निष्पादन में योग्यता मिलने तक स्टॉक में सुधार देखने को मिल सकता है।