नई दिल्ली, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। वाराणसी के पास स्थित देवरा गांव की सशक्त महिला नेता निर्मला देवी ने अपनी ‘ग्रीन आर्मी’ के साथ मिलकर समाज में बदलाव की एक नई मिसाल पेश की है। महिलाएं, जिन्हें ‘ग्रीन आर्मी’ के नाम से जाना जाता है, वे संघर्ष और सामूहिक प्रयासों से समाज में बदलाव ला रही हैं।
हाल ही में, इन महिलाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक प्रेरणादायक पत्र मिला है। जिसमें उनकी मेहनत और समर्पण को सराहा गया है। इसमें उनके चप्पल कारखाने की भी सराहना की गई है। पीएम नरेंद्र मोदी का ये पत्र न केवल महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है, बल्कि यह उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों की भी मान्यता है।
मोदी आर्काइव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मंगलवार को एक वीडियो पोस्ट किया है। जिसमें देवरा गांव की ‘ग्रीन आर्मी’ को सराहा गया है। इस क्लिप में ग्रीन आर्मी की निर्मला देवी की भावनाओं को सम्मान दिया गया है। जो वीडियो में एक जगह कहती हैं- “‘अगर वह इसे पहनेंगे, तो हर कोई पहनेगा!”
इस पोस्ट में ग्रीन आर्मी के सफर की जानकारी है। लिखा है, “देवरा में दृढ़ निश्चयी महिलाओं का एक समूह ‘ग्रीन आर्मी’ एक-दूसरे का समर्थन करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए एक साथ आया था। उनकी यात्रा एक चप्पल फैक्ट्री की स्थापना के साथ शुरू हुई। लेकिन उन्होंने जो पहली जोड़ी चप्पल बनाई थी, वह बिक्री के लिए नहीं थी। इसे किसी खास को भेजा जाना था।”
उन्होंने अपने दिल में आशा और विश्वास के साथ उन्हें वो चप्पल भेजी, यह विश्वास करते हुए कि यदि वह उन्हें पहनेंगे, तो दुनिया उनकी कहानी और उनके सपनों को पहचान लेगी। कुछ दिनों बाद एक पत्र आया। निर्मला देवी ने जब उसे हाथ में लिया तो उनकी आंखें खुशी से चमक उठीं। उन्होंने उत्साहित होकर कहा, “ऐसा लगा जैसे वह हमारे बीच ही थे। ऐसा लगा जैसे मैं खुद प्रधानमंत्री मोदी से मिल रही हूं!”
यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रशंसा पत्र था। पत्र में ‘ग्रीन आर्मी’ की बहनों के लिए एक संदेश था। पत्र में लिखा था, “मुझे आपकी चप्पल फैक्ट्री के बारे में जानकर बहुत खुशी हुई और मैं आपके द्वारा बनाए गए विचारशील उपहार की बहुत सराहना करता हूं। मुझे यह देखकर बहुत गर्व होता है कि आप जैसी महिलाएं हमारे देश और समाज की प्रगति में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं और इसमें योगदान दे रही हैं।”
ग्रीन आर्मी के लिए ये सम्मान के क्षण हैं। यह इस बात का संकेत था कि उनके प्रयास महत्वपूर्ण थे। इन महिलाओं ने पहले ही नशे और जुए के खिलाफ जागरूकता फैलाकर, हर लड़की के जन्म को त्योहार की तरह मनाकर और दहेज के खिलाफ लड़ाई लड़कर अपने गांव को बदल दिया था और उनके प्रयासों को उच्चतम स्तर पर मान्यता मिली।
निर्मला देवी ने पूरे ग्रीन आर्मी के गर्व और खुशी को व्यक्त करते हुए कहा, “चार चांद लग गए!”
–आईएएनएस
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