रांची, 28 जून (आईएएनएस)। नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एवं एनटीए के सिटी कोऑर्डिनेटर एहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल मो. इम्तियाज से चार दिनों तक पूछताछ के बाद शुक्रवार शाम उन्हें साथ लेकर पटना रवाना हो गई।
बताया जा रहा है कि इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, सीबीआई की ओर से आधिकारिक तौर पर इस संबंध में कोई वक्तव्य नहीं आया है।
सीबीआई ने शुक्रवार को हजारीबाग में एक दैनिक अखबार के दो पत्रकारों मो. सलाउद्दीन और जमालुद्दीन को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की है। एनटीए के सिटी को-ऑर्डिनेटर और स्कूल प्रिंसिपल एहसान उल हक से इन दोनों की फोन पर लगातार कई बार और लंबी बातें हुई हैं। कॉल रिकॉर्ड की वजह से दोनों संदेह के घेरे में आए हैं।
इसके पहले पेपर लीक मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) टीम ने पटना के रामकृष्ण नगर क्षेत्र से अधजला प्रश्न पत्र बरामद किया था।
इस प्रश्न पत्र के सीरियल नंबर की जांच से पता चला कि यह हजारीबाग के मंडई रोड में ओएसिस स्कूल स्थित एग्जाम सेंटर का है। इसी आधार पर सीबीआई ने पिछले चार दिनों के दौरान स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल मो. इम्तियाज सहित हजारीबाग में एक दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
बताया जा रहा है कि सीबीआई टीम को हजारीबाग में पेपर लीक के पुख्ता सबूत मिले हैं। एजेंसी ने उन बक्सों को भी जब्त किया है, जिनमें प्रश्न पत्र हजारीबाग पहुंचे थे।
हजारीबाग में प्रश्न पत्र कूरियर कंपनी के एक रिमोट एरिया स्थित सेंटर पर पहुंचे थे और इसके बाद प्रश्न पत्रों के ट्रंक बैंक तक ई-रिक्शा से पहुंचाए गए थे। बैंक में भी प्रश्न पत्रों को रिसीव करने से लेकर उनके रखरखाव में लापरवाही की बात सामने आई है।
–आईएएनएस
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