पटना, 9 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानमंडल के दोनो सदनों में प्रजनन दर कम करने की चर्चा के दौरान पति-पत्नी के संबंधों को लेकर दिए गए बयान में बुरी तरह घिरते नजर आ रहे हैं। भाजपा जहां उनके इस्तीफे को लेकर अड़ी है, वहीं अब धर्मगुरु ने भी उनके बयान की निंदा की है।
चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश का सदन में दिया गया बयान घोर निंदनीय है। नीतीश ने समस्त महिला समुदाय को अपमानित किया है। इनके बयान से मानवता शर्मसार हो गई है।
उन्होंने कहा कि सदन नीति शास्त्र की बात करने वाली जगह है, सदन काम शास्त्र की व्याख्या करने का स्थान नहीं है।
धर्मागुरु ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के भी व्यक्तव्य में इतनी अशिष्टता कभी नहीं दिखी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इतना निम्न कोटि का भाषण अपने जीवनकाल में कभी नहीं सुना। यहां के लोग इस तरह की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
उन्होंने राज्य में अविलंब राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। पश्चिम चंपारण के रामनगर में उन्होंने राम कथा में कहा कि महाभारत के द्रौपदी के चीरहरण के दौरान दुर्योधन ने भी इतना अपशब्द नहीं कहा था।
उन्होंने कहा कि पहले मां को गाली दो और फिर माफी मांग लो।
–आईएएनएस
एमएनपी/एसकेपी
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पटना, 9 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानमंडल के दोनो सदनों में प्रजनन दर कम करने की चर्चा के दौरान पति-पत्नी के संबंधों को लेकर दिए गए बयान में बुरी तरह घिरते नजर आ रहे हैं। भाजपा जहां उनके इस्तीफे को लेकर अड़ी है, वहीं अब धर्मगुरु ने भी उनके बयान की निंदा की है।
चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश का सदन में दिया गया बयान घोर निंदनीय है। नीतीश ने समस्त महिला समुदाय को अपमानित किया है। इनके बयान से मानवता शर्मसार हो गई है।
उन्होंने कहा कि सदन नीति शास्त्र की बात करने वाली जगह है, सदन काम शास्त्र की व्याख्या करने का स्थान नहीं है।
धर्मागुरु ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के भी व्यक्तव्य में इतनी अशिष्टता कभी नहीं दिखी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इतना निम्न कोटि का भाषण अपने जीवनकाल में कभी नहीं सुना। यहां के लोग इस तरह की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
उन्होंने राज्य में अविलंब राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। पश्चिम चंपारण के रामनगर में उन्होंने राम कथा में कहा कि महाभारत के द्रौपदी के चीरहरण के दौरान दुर्योधन ने भी इतना अपशब्द नहीं कहा था।
उन्होंने कहा कि पहले मां को गाली दो और फिर माफी मांग लो।
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पटना, 9 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानमंडल के दोनो सदनों में प्रजनन दर कम करने की चर्चा के दौरान पति-पत्नी के संबंधों को लेकर दिए गए बयान में बुरी तरह घिरते नजर आ रहे हैं। भाजपा जहां उनके इस्तीफे को लेकर अड़ी है, वहीं अब धर्मगुरु ने भी उनके बयान की निंदा की है।
चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश का सदन में दिया गया बयान घोर निंदनीय है। नीतीश ने समस्त महिला समुदाय को अपमानित किया है। इनके बयान से मानवता शर्मसार हो गई है।
उन्होंने कहा कि सदन नीति शास्त्र की बात करने वाली जगह है, सदन काम शास्त्र की व्याख्या करने का स्थान नहीं है।
धर्मागुरु ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के भी व्यक्तव्य में इतनी अशिष्टता कभी नहीं दिखी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इतना निम्न कोटि का भाषण अपने जीवनकाल में कभी नहीं सुना। यहां के लोग इस तरह की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
उन्होंने राज्य में अविलंब राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। पश्चिम चंपारण के रामनगर में उन्होंने राम कथा में कहा कि महाभारत के द्रौपदी के चीरहरण के दौरान दुर्योधन ने भी इतना अपशब्द नहीं कहा था।
उन्होंने कहा कि पहले मां को गाली दो और फिर माफी मांग लो।
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पटना, 9 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानमंडल के दोनो सदनों में प्रजनन दर कम करने की चर्चा के दौरान पति-पत्नी के संबंधों को लेकर दिए गए बयान में बुरी तरह घिरते नजर आ रहे हैं। भाजपा जहां उनके इस्तीफे को लेकर अड़ी है, वहीं अब धर्मगुरु ने भी उनके बयान की निंदा की है।
चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश का सदन में दिया गया बयान घोर निंदनीय है। नीतीश ने समस्त महिला समुदाय को अपमानित किया है। इनके बयान से मानवता शर्मसार हो गई है।
उन्होंने कहा कि सदन नीति शास्त्र की बात करने वाली जगह है, सदन काम शास्त्र की व्याख्या करने का स्थान नहीं है।
धर्मागुरु ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के भी व्यक्तव्य में इतनी अशिष्टता कभी नहीं दिखी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इतना निम्न कोटि का भाषण अपने जीवनकाल में कभी नहीं सुना। यहां के लोग इस तरह की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
उन्होंने राज्य में अविलंब राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। पश्चिम चंपारण के रामनगर में उन्होंने राम कथा में कहा कि महाभारत के द्रौपदी के चीरहरण के दौरान दुर्योधन ने भी इतना अपशब्द नहीं कहा था।
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चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश का सदन में दिया गया बयान घोर निंदनीय है। नीतीश ने समस्त महिला समुदाय को अपमानित किया है। इनके बयान से मानवता शर्मसार हो गई है।
उन्होंने कहा कि सदन नीति शास्त्र की बात करने वाली जगह है, सदन काम शास्त्र की व्याख्या करने का स्थान नहीं है।
धर्मागुरु ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के भी व्यक्तव्य में इतनी अशिष्टता कभी नहीं दिखी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इतना निम्न कोटि का भाषण अपने जीवनकाल में कभी नहीं सुना। यहां के लोग इस तरह की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
उन्होंने राज्य में अविलंब राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। पश्चिम चंपारण के रामनगर में उन्होंने राम कथा में कहा कि महाभारत के द्रौपदी के चीरहरण के दौरान दुर्योधन ने भी इतना अपशब्द नहीं कहा था।
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चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
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उन्होंने राज्य में अविलंब राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। पश्चिम चंपारण के रामनगर में उन्होंने राम कथा में कहा कि महाभारत के द्रौपदी के चीरहरण के दौरान दुर्योधन ने भी इतना अपशब्द नहीं कहा था।
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चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश का सदन में दिया गया बयान घोर निंदनीय है। नीतीश ने समस्त महिला समुदाय को अपमानित किया है। इनके बयान से मानवता शर्मसार हो गई है।
उन्होंने कहा कि सदन नीति शास्त्र की बात करने वाली जगह है, सदन काम शास्त्र की व्याख्या करने का स्थान नहीं है।
धर्मागुरु ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के भी व्यक्तव्य में इतनी अशिष्टता कभी नहीं दिखी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इतना निम्न कोटि का भाषण अपने जीवनकाल में कभी नहीं सुना। यहां के लोग इस तरह की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
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उन्होंने कहा कि पहले मां को गाली दो और फिर माफी मांग लो।
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पटना, 9 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानमंडल के दोनो सदनों में प्रजनन दर कम करने की चर्चा के दौरान पति-पत्नी के संबंधों को लेकर दिए गए बयान में बुरी तरह घिरते नजर आ रहे हैं। भाजपा जहां उनके इस्तीफे को लेकर अड़ी है, वहीं अब धर्मगुरु ने भी उनके बयान की निंदा की है।
चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश का सदन में दिया गया बयान घोर निंदनीय है। नीतीश ने समस्त महिला समुदाय को अपमानित किया है। इनके बयान से मानवता शर्मसार हो गई है।
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उन्होंने राज्य में अविलंब राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। पश्चिम चंपारण के रामनगर में उन्होंने राम कथा में कहा कि महाभारत के द्रौपदी के चीरहरण के दौरान दुर्योधन ने भी इतना अपशब्द नहीं कहा था।
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चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
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चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश का सदन में दिया गया बयान घोर निंदनीय है। नीतीश ने समस्त महिला समुदाय को अपमानित किया है। इनके बयान से मानवता शर्मसार हो गई है।
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धर्मागुरु ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के भी व्यक्तव्य में इतनी अशिष्टता कभी नहीं दिखी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इतना निम्न कोटि का भाषण अपने जीवनकाल में कभी नहीं सुना। यहां के लोग इस तरह की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
उन्होंने राज्य में अविलंब राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। पश्चिम चंपारण के रामनगर में उन्होंने राम कथा में कहा कि महाभारत के द्रौपदी के चीरहरण के दौरान दुर्योधन ने भी इतना अपशब्द नहीं कहा था।
उन्होंने कहा कि पहले मां को गाली दो और फिर माफी मांग लो।
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चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश का सदन में दिया गया बयान घोर निंदनीय है। नीतीश ने समस्त महिला समुदाय को अपमानित किया है। इनके बयान से मानवता शर्मसार हो गई है।
उन्होंने कहा कि सदन नीति शास्त्र की बात करने वाली जगह है, सदन काम शास्त्र की व्याख्या करने का स्थान नहीं है।
धर्मागुरु ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के भी व्यक्तव्य में इतनी अशिष्टता कभी नहीं दिखी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इतना निम्न कोटि का भाषण अपने जीवनकाल में कभी नहीं सुना। यहां के लोग इस तरह की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
उन्होंने राज्य में अविलंब राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। पश्चिम चंपारण के रामनगर में उन्होंने राम कथा में कहा कि महाभारत के द्रौपदी के चीरहरण के दौरान दुर्योधन ने भी इतना अपशब्द नहीं कहा था।
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चित्रकूट तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य इन दिनों बिहार पश्चिमी चंपारण के रामनगर में राम कथा कह रहे हैं।
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धर्मागुरु ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के भी व्यक्तव्य में इतनी अशिष्टता कभी नहीं दिखी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इतना निम्न कोटि का भाषण अपने जीवनकाल में कभी नहीं सुना। यहां के लोग इस तरह की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
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धर्मागुरु ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के भी व्यक्तव्य में इतनी अशिष्टता कभी नहीं दिखी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इतना निम्न कोटि का भाषण अपने जीवनकाल में कभी नहीं सुना। यहां के लोग इस तरह की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
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धर्मागुरु ने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के भी व्यक्तव्य में इतनी अशिष्टता कभी नहीं दिखी। उन्होंने दावे के साथ कहा कि इतना निम्न कोटि का भाषण अपने जीवनकाल में कभी नहीं सुना। यहां के लोग इस तरह की सरकार को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
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