पटना, 30 दिसम्बर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बोधगया स्थित तिब्बतियन मोनेस्टी में बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा से मुलाकात की। मुलाकात के क्रम में मुख्यमंत्री ने धर्म गुरु को अंगवस्त्र एवं भगवान बुद्ध की प्रतिमा भेंट उनका अभिनंदन किया।
दलाई लामा ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवं भगवान बुद्ध की पेंटिंग भेंट की और आशीर्वाद दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री और दलाई लामा के बीच करीब आधा घंटा तक अध्यात्म एवं बौद्ध दर्शन पर विस्तृत चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने वैशाली में निमार्णाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का निर्माण कार्य पूरा होने पर उसके उद्घाटन के लिए दलाई लामा से आग्रह किया, जिस पर उन्होंने अपनी सहमति जताई।
मुलाकात के पश्चात मुख्यमंत्री ने महाबोधि मंदिर बोधगया में पूजा अर्चना कर राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए भगवान बुद्ध से कामना की।
महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इन दिनों बड़े पैमाने पर श्रद्धालु यहां आते हैं, भ्रमण करते हैं और दर्शन करते हैं। लोगों को यहां उपदेश मिलता है। यह एक परंपरा है।
उन्होंने कहा कि बीच में कोरोना के कारण दो-तीन साल प्रभावित रहा, लेकिन इस बार फिर बड़ी संख्या में लोग यहां आए हैं। जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक एक लाख के करीब श्रद्धालु अभी तक आ चुके हैं। यह बहुत खुशी की बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या शून्य हो गई थी लेकिन कुछ लोग बाहर से यहां आए हैं, तो यहां पर ही कुछ कोरोना मरीज देखने को मिले हैं। कोरोना टेस्ट के लिए सारी व्यवस्था की गई है। एक-एक चीज को देखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बुद्धिज्म को मानने वाले लोग बड़ी संख्या में हैं, इसको देखते हुए सब व्यवस्था की गई है। हम तो यहां आते ही हैं और दलाई लामा से मिलते भी हैं। दलाई लामा से संबंध को पुराना बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बार हम उनको यहां बुलाए हैं।
उन्होंने कहा कि 2013 में पटना में बुद्धिज्म को माननेवाले लोगों का अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन भी हुआ, वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय भी बनवा रहे हैं, उसके लिए भी हम उनको आमंत्रित कर दिए हैं। कुछ महीने में तैयार हो जाएगा तो उसका भी उद्घाटन दलाई लामा जी को करना है।
–आईएएनएस
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