चंडीगढ़, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। नीदरलैंड स्थित फर्म नेक्ससनोवस के प्रबंध निदेशक रटगेर डी ब्रुजिन ने गुरुवार को पंजाब के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा से मुलाकात की और कचरा, पानी व नवीकरणीय ऊर्जा में बुनियादी ढांचे की जरूरतों के लिए शुरू से अंत तक समाधान पर चर्चा की।
अरोड़ा ने कहा कि सरकार आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी भविष्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और वह पंजाब को अक्षय ऊर्जा के उत्पादन और उपयोग में अग्रणी राज्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
नेक्सस नोवस को पंजाब में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हुए मंत्री ने बताया कि पंजाब मुख्य रूप से एक कृषि प्रधान राज्य है और हर साल 2 करोड़ टन से अधिक धान की पराली का उत्पादन किया जा रहा है।
राज्य में कृषि अवशेषों पर आधारित कम्प्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) परियोजनाओं की अपार संभावनाएं हैं।
मंत्री ने कहा कि संगरूर जिले में एशिया की सबसे बड़ी धान की पुआल और अन्य कृषि-अवशेष आधारित सीबीजी परियोजना की कुल क्षमता 33.23 टन प्रतिदिन है और पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पीईडीए) द्वारा 42 अतिरिक्त सीबीजी संयंत्र आवंटित किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि 52.25 टीपीडी की कुल क्षमता वाली चार और परियोजनाएं अगले चार-पांच महीनों में परिचालन में आने की संभावना है।
पंजाब में निवेश करने में गहरी दिलचस्पी दिखाते हुए ब्रुजिन ने मंत्री को अवगत कराया कि फर्म केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहले से ही एक एकीकृत ठोस-आधारित प्रबंधन केंद्र स्थापित कर चुकी है।
इस समय संयंत्र को लगभग 20-25 टीपीडी कचरा प्राप्त हो रहा है, जो आने वाले महीनों में लगभग 60 टन तक पहुंचने की उम्मीद है।
मंत्री ने बताया कि कचरे को ई-वाहनों द्वारा उठाया जा रहा है और फिर यंत्रवत रूप से रिसाइकिल योग्य और जैविक रूप में सॉर्ट किया जा रहा है। बायोगैस का उत्पादन करने के लिए ऑर्गेनिक्स का उपयोग किया जा रहा है, जबकि गैर-अवक्रमणीय (नॉन-ग्रेडेबल) सामग्री का पुनर्नवीनीकरण किया जा रहा है।
उन्होंने दावा किया कि लैंडफिल में कोई कचरा नहीं भेजा जा रहा है और वे स्थायी और नवीन ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से दुनिया को डीकार्बोनाइज करने के मिशन के साथ काम कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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