नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। भारत में हैंडलूम फैशन ने एक समृद्ध संस्कृति और विरासत के माध्यम से अपना रास्ता बुना है। ये डिजाइन पीढ़ियों से चले आ रहे हैं और यह भारत का कारीगर समुदाय है, जो आज के फैशन कंज्यूमर्स की बढ़ती जरूरतों के अनुरूप समसामयिक डिजाइनों के माध्यम से इसे जीवित रखता है।
सूती इक्कत बुनाई से लेकर मुलायम रेशम साड़ियों तक, भारत के उत्तम हैंडलूम ने दुनिया को हैरान कर दिया है।
जैसा कि हम भारत की विभिन्न लुप्त होती कलाओं को जीवित रखने में अपार योगदान के लिए बुनकरों को सम्मान देते हैं, इस आठवें हैंडलूम डे पर हमने मिंत्रा से अपने पसंदीदा मेड-इन-इंडिया डी2सी ब्रांडों को चुना है, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और कपड़ा विरासत को आगे ले जा रहे हैं।
रनवे आइकॉन्स, मिंत्रा राइजिंग स्टार्स और मिंत्रा फॉर अर्थ समेत ई-कॉमर्स कंपनी के प्रस्ताव इन ब्रांडों के लिए खोज के माध्यम के रूप में काम कर रहे हैं, जो हैंडलूम बुनाई के प्रेमियों के साथ गहरा जुड़ाव बना रहे हैं।
मिंत्रा रनवे आइकॉन्स से अपापी सदियों पुरानी परंपरा का एक प्रतीक है।
आकर्षक रंगों और नॉर्थ-ईस्ट के यूनिक मोटिफ्स का इस्तेमाल करके डिजाइन किए गए आउटफिट्स, जो आमतौर पर बाजार में उपलब्ध नहीं होते, अपापी यह सुनिश्चित करता है कि उनके ग्राहकों को हस्तनिर्मित बुनाई वाले आउटफिट्स आसानी से उपलब्ध हो। अपने खादी बुनाई, रेशम और कॉटन कलेक्शन के माध्यम से, अपापी साड़ी लवर्स को हैंडलूम की शुद्धता और जादू प्रदान करता है। बुनाई की प्रक्रिया भारत में सदियों पुरानी परंपरा और शिल्प की प्रामाणिकता का उत्सव है और अपापी प्रयासों के साथ सुंदर विरासत को आगे ले जा रही है।
कच्चे धागे, ट्रेडेशनल बोल्डनेस और सिम्पलिसिटी का जश्न मनाने के लिए सुता के डिजाइन दिल जीत रहे हैं।
सुता का अर्थ है- ‘धागा’, यह ब्रांड के अपने क्रिएशन को बुनने की प्रेरणा का आधार है और भारत के क्राफ्ट और ट्रडेशन की याद दिलाता है। साधारण, लेकिन सामयिक डिजाइन बनाने का उनका प्रयास भारतीय हैंडलूम इंडस्ट्री के बड़े पैमाने पर विकास को भी बढ़ावा दे रहा है। सुता के हैंडलूम कलेक्शन की रेंज, ज़री प्योर लिनेन, प्योर कॉटन, बुने हुए डिज़ाइन से लेकर मलमल तक, किसी के व्यक्तित्व में सुंदरता और क्लास जोड़ते हैं।
मिंत्रा रनवे आइकॉन्स की ओर से त्रिया हैंडलूम को ग्लोबल स्टेज पर ले जाने के मिशन पर है।
भारत के बुनकर समुदायों को समर्थन देने, बनाए रखने और विकसित करने और भारतीय कपड़ों को ग्लोबल बनाने का त्रिया का मिशन हमारे कारीगरों और शिल्पकारों को दुनिया भर से मिलने वाले प्यार से उपजा है। ये कारीगर हमारी संस्कृति और विरासत को जीवित रखने में अग्रणी हैं और यह ब्रांड बनारसी, मुगा, जामदानी और भागलपुरी सहित अपनी कुछ खूबसूरत हैंडलूम बुनाई के माध्यम से हमारे जीवन में भारतीय वस्त्रों की समृद्ध विरासत को बुनने की दिशा में कदम उठा रहा है।
मिंत्रा हाउस ऑफ ब्रांड्स की तावी हजारों कारीगरों का समर्थन कर रही है
ब्रांड पारंपरिक शिल्प को आधुनिक फैशन में ढालता है, जिससे वे भारतीय युवाओं के लिए अधिक प्रासंगिक हो जाते हैं। अपने इकत, कलमकारी, बगरू, अजरख, सांगानेरी और ऐसे कई अन्य कलेक्शन के साथ, तावी पारंपरिक भारतीय फैब्रिक डिजाइन और प्रक्रिया के लुप्त हो रहे स्वरूप को एक आधुनिक फैशन पहचान के साथ पूरक करके और इसे एक नए और व्यापक रूप में उजागर करके फिर से जीवंत करने में सहायता कर रहा है।
मिंत्रा रनवे आइकन्स पर चारुकृति के सुंदर शिल्प और पारंपरिक भारतीय कृतियों के चित्रण का अनुभव करें।
भारतीय संस्कृति की खोज करने के जुनून और फैशन के माध्यम से भारतीय विरासत को दुनिया भर में ले जाने की प्रतिबद्धता के साथ, इस ब्रांड की कृतियों में भूमि, पानी और हवा का अपना स्पर्श और सुगंध है।
टांट, कॉटन से लेकर सिल्क तक के कलेक्शन, समृद्ध और विविध देश के भीतरी इलाकों के उन प्रतिभाशाली हाथों और मुस्कुराते चेहरों को सम्मान हैं।
–आईएएनएस
पीके/सीबीटी