हुबली, (कर्नाटक) 22 अप्रैल (आईएएनएस)। नेहा हिरेमथ के पिता निरंजन हिरेमथ ने सोमवार को दावा किया कि उनकी बेटी को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया और कर्नाटक पुलिस राज्य सरकार की कठपुतली की तरह व्यवहार कर रही है।
निरंजन ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, ”हुबली-धारवाड़ पुलिस आयुक्त रेणुका सुकुमार कठपुतली की तरह काम कर रही हैं। मेरी बेटी की हत्या हुए चार दिन हो गए हैं। हमने उसी दिन शिकायत दर्ज कराई और पोस्टमार्टम किया गया। हालांकि, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। हमसे मिलने आईं मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने पुलिस कमिश्नर रेणुका सुकुमार को हमारे आवास पर बुलाया और कार्रवाई करने का निर्देश दिया।”
निरंजन, जो कांग्रेस पार्षद भी हैं, ने आरोप लगाया कि एक मंत्री के आदेश के बावजूद, पुलिस आयुक्त रेणुका सुकुमार ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
उन्होंने आरोप लगाया, ”वे (पुलिस और पुलिस आयुक्त) केवल कहते हैं कि ‘हम आपके साथ हैं’ और कहते हैं कि ‘चिंता मत करो’ लेकिन वे कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने हमसे जानकारी लेने की भी जहमत नहीं उठाई।”
उन्होंने कहा कि पिछले चार दिनों में वह मामले के सभी आरोपियों के नाम बता चुके हैं लेकिन कोई उनकी बात नहीं सुन रहा है।
उन्होंने दावा किया, ”किसी एक व्यक्ति द्वारा इतनी निर्मम हत्या करना संभव नहीं है। वह (आरोपी) 100 किलोमीटर दूर से आता है और दिन के उजाले में कॉलेज परिसर में अपराध को अंजाम देता है। यह पूरी तरह योजना बनाकर किया गया। ऐसा अपराध अकेले करना असंभव है।”
उन्होंने बताया कि गेट के बाहर से लेकर कैंपस के अंदर तक मुखबिर आरोपियों को नेहा की हरकत के बारे में जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा, “छात्रों, अंदर के साथियों और बाहरी लोगों ने जानकारी दी और सुनिश्चित किया कि नेहा की हत्या की गई है।”
उन्होंने कहा कि पुलिस को नेहा की कॉल डिटेल की जांच करनी चाहिए लेकिन उन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि आरोपी ने कम से कम दो साल तक नेहा का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की, जिसका उसने हमेशा विरोध किया।
निरंजन ने कहा, ”धर्म परिवर्तन के इरादे की जानकारी होने पर नेहा ने आरोपी से दूरी बना ली और उसका विरोध किया। इसके बाद उसने आरोपी को जवाब देना बंद कर दिया। मैंने खुद नेहा के सारे मैसेज चेक किए हैं। उन्हें और क्या सबूत चाहिए? हम जानते हैं कि उसका धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की गई थी।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मामले को लेकर राज्य के गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को गलत जानकारी दी जा रही है।
उन्होंने कहा, ”पुलिस कमिश्नर का तुरंत तबादला कर मामले को सीआईडी की स्पेशल विंग को सौंप देना चाहिए। मैंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मामले को सीबीआई को सौंपने का अनुरोध किया है।”
निरंजन ने कहा कि उन्हें संदेह है कि सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने से उन्हें नुकसान होगा। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री और राज्य के गृह मंत्री को हमें पुलिस सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।”
एमसीए की छात्रा नेहा हिरेमथ की हुबली के कॉलेज परिसर में फैयाज कोंडिकोप्पा ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी। आरोपी को छात्रों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि आरोपी और मृतक एक दूसरे से प्यार करते थे जबकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि यह लव जिहाद का मामला नहीं है।
निरंजन हिरेमथ ने कहा है कि अगर राज्य सरकार जांच में छेड़छाड़ करती है तो पीड़ित परिवार आत्महत्या कर लेगा।
–आईएएनएस
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