नैनीताल, 7 सितंबर (आईएएनएस)। आज पूरे भारत में खग्रास चंद्रग्रहण देखा जाएगा, जिसका असर धार्मिक गतिविधियों और मंदिरों की समय सारणी पर भी व्यापक रूप से पड़ रहा है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के नौ घंटे पूर्व से सूतक काल शुरू हो जाता, जिसके चलते देशभर के मंदिरों के कपाट जल्दी बंद कर दिए गए।
इसी कड़ी में नैनीताल के प्रसिद्ध मंदिर नैना देवी के भी कपाट रविवार को बंद कर दिए गए। यहां के पुजारी ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी। साथ ही बताया कि अब भक्तगण कब मंदिर में माता के दर्शन कर पाएंगे।
नैना देवी मंदिर, नैनीताल के पुजारी हरीश चंद्र पंत ने बताया कि मंदिर के कपाट रविवार दोपहर 12:45 बजे से श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए। ग्रहण काल के दौरान मंदिरों में किसी भी प्रकार का धार्मिक अनुष्ठान, आरती या दर्शन की अनुमति नहीं होगी। ग्रहण समाप्त होने के उपरांत विशेष शुद्धिकरण अनुष्ठान व हवन-पूजन कर कपाट खोले जाएंगे।
नैना देवी मंदिर के अलावा पाषाण देवी मंदिर, गोलू देवता मंदिर, शनि मंदिर, शिव मंदिर, और हनुमानगढ़ मंदिर के कपाट भी बंद रहेंगे।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “खग्रास चंद्र ग्रहण लग रहा है, इसलिए मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं। चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक काल माना जाता है, इसी वजह से आज दोपहर 12:45 बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं। ग्रहण आज शाम 9:57 बजे से रात 1:26 बजे तक रहेगा। इस दौरान भक्त मंदिर के दर्शन नहीं कर पाएंगे। ब्रह्म मुहूर्त के बाद ही सोमवार को कपाट खोले जाएंगे, जिसके बाद मंदिर की साफ-सफाई और पूजा-पाठ के बाद भक्त दर्शन कर सकते हैं।”
जानकारों का कहना है कि अगला चंद्रग्रहण मंगलवार 3 मार्च 2026 को होगा।
–आईएएनएस
जेपी/एएस