हल्द्वानी, 2 मई (आईएएनएस)। उत्तराखंड के नैनीताल में एक बुजुर्ग ने नाबालिग लड़की का बलात्कार किया। इसके बाद दुष्कर्म की घटना से पूरे उत्तराखंड में उबाल है। हर जगह इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा हो रही है। इस बीच शुक्रवार को उत्तराखंड महिला उद्यमिता परिषद की अध्यक्ष रेनू अधिकारी ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है।
रेनू ने अपने निजी आवास पर मीडिया से बात करते हुए दुष्कर्म की इस घटना को देवभूमि के लिए शर्मसार बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना का तत्काल संज्ञान लिया, इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देती हूं। सीएम ने घटना में शामिल बुजुर्ग आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि नैनीताल नगर पालिका द्वारा आरोपी के घर को ध्वस्त करने के भी आदेश आ गए हैं। निश्चित रूप से इस तरह की कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न हो।
बता दें कि उत्तराखंड के नैनीताल में नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आने के दूसरे दिन भी माहौल तनावपूर्ण है। शुक्रवार को जुमे की नमाज से पहले मस्जिद के पास भारी पुलिस बल तैनात किया गया। वहीं, विभिन्न हिंदूवादी संगठनों ने कोतवाली के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया। लोग आरोपी को सजा दिलाने के लिए कोतवाली के बाहर डटे रहे। पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर क्षेत्र की महिलाओं ने शांति व्यवस्था बनाने के लिए फ्लैग मार्च किया। एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्र ने कहा कि लोग शांति का अनुभव करें, इसलिए फ्लैग मार्च निकाला गया है।
बता दें कि गुरुवार को नैनीताल में नाबालिग संग दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया था। दुष्कर्म का आरोप 76 वर्षीय एक बुजुर्ग पर लगा था। इस घटना के विरोध में लोगों ने बड़ी संख्या में सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट कर दिया था कि जब तक आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है, तब तक हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
हालांकि परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने नाबालिग पीड़िता के परिजनों को आश्वस्त किया है कि आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
–आईएएनएस
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