नोएडा, 5 जुलाई (आईएएनएस)। नोएडा प्राधिकरण की 200 करोड़ की एफडी से ठगों ने 13 करोड़ रुपये फर्जी बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए। उसमें से 3 करोड़ 80 लाख रुपए की रकम तीन अलग-अलग खातों में जमा करवा दी। बचे हुए पैसों को भी ठग दूसरे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने की फिराक में थे तभी मामले का पता नोएडा अथॉरिटी को चल गया।
अथॉरिटी ने लिखित शिकायत देते हुए नोएडा के थाना सेक्टर-58 में कंप्लेंट दर्ज कराई और पुलिस जांच में जुट गई। मिली जानकारी के मुताबिक नोएडा अथॉरिटी ने 15 जून को 200 करोड़ की एफडी कराने के लिए टेंडर निकाला। टेंडर की शर्त थी कि जो बैंक ज्यादा ब्याज देगा, उसी में एफडी कराई जाएगी। इसके लिए नोएडा की कई ब्रांचों ने आवेदन किया। सबसे ज्यादा ब्याज सेक्टर-62 की बैंक ऑफ इंडिया ने ऑफर किया।
प्राधिकरण ने 200 करोड़ रुपए बैंक के खाते में जमा कर दिए। नियमतः जिस बैंक में एफडी होती है, वहां एक खाता होना जरूरी है। ऐसे में प्राधिकरण ने एक साइनिंग अथॉरिटी बनाई। इसके लिए एक अधिकारी को नामित किया। इस साइनिंग अथॉरिटी को बैंक जाकर प्राधिकरण का खाता खोलना था। लेकिन, सोमवार को साइनिंग अथॉरिटी के पहुंचने से पहले ही एक जालसाज बैंक पहुंचा। जालसाज ने फर्जी दस्तावेजों से प्राधिकरण के नाम से एक खाता खोला। खाते में प्राधिकरण की ओर से जमा कराए गए 200 करोड़ में 13 करोड़ जमा करने के लिए कहा।
इसके बाद बैंक ने 13 करोड़ रुपए फर्जी खाते में जमा कर दिए। जालसाज ने उन 13 करोड़ में से 3.90 करोड़ रुपए 3 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया और फरार हो गया। प्राधिकरण के पास सोमवार को ही एक एफडी कोरियर से पहुंचती है। प्राधिकरण के एफसी ने एफडी को चेक किया तो पता चला कि वो फर्जी है। फाइनेंस कंट्रोलर की ओर से बैंक को फर्जी एफडी की जानकारी दी गई। जिस पर बैंक अधिकारी ने उन्हें खाता और 13 करोड़ रुपए के ट्रांसफर करने के बारे में बताया।
इसके बाद बैंक अधिकारी ने खाते की रकम चेक की। पता चला कि 3.90 करोड़ रुपए तीन खातों में ट्रांसफर किए गए हैं। अधिकारी ने तुरंत खाते में बचे करीब 9 करोड़ की रकम फ्रीज कर दी। प्राधिकरण की ओर से कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस से मामले की शिकायत की गई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि प्राधिकरण के नाम से खाता खोलने में जो दस्तावेज लगाए गए हैं, वो पुदुचेरी के किसी शख्स के हैं। जो फर्जी साइनिंग अथॉरिटी बनकर बैंक आया था। पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
एडीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि थाना सेक्टर-58 में नोएडा प्राधिकरण ने एफडी के लिए बैंक में जमा कराए गए रुपए धोखाधड़ी से निकालने के संबंध में तहरीर दी थी। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एक बैंककर्मी और अन्य कर्मियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। दस्तावेज में अब्दुल कादिर नाम का सिग्नेचर है। उसकी भी जांच कराई जा रही है।
–आईएएनएस
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