नोएडा, 11 जुलाई (आईएएनएस)। नोएडा प्राधिकरण की 200 करोड़ की एफडी को गबन करने के लिए पूरा गेम प्लान रचा गया था, जिसमें से 3 करोड़ 90 लाख रुपये आरोपियों ने अलग-अलग बैंक अकाउंट में ट्रांसफर भी कर लिए थे। लेकिन पोल खुल गई और एक व्यक्ति पहले ही गिरफ्तार हो गया। मंगलवार को नोएडा पुलिस ने तीन और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इन तीनों को मेट्रो स्टेशन के पास सेक्टर-62 से पकड़ा है। इनकी पहचान राजेश, सुधीर और मुरारी के रूप में हुई है।
डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि तीनों से प्रपत्र की छाया प्रति व जमा पैसे की स्लिप के बारे में पूछा गया तो बताया कि मनु के साथ उसके अन्य साथी त्यागी, मिश्रा, राजेश पांडेय , अब्दुल खादर व इनके अन्य साथी जिन्होंने बैंक में खाता खुलवाया था। मास्टर माइंड मनुपोला की योजनानुसार हमने मिलकर बैंक ऑफ इंडिया शाखा सेक्टर 62 में फर्जी खाता खुलवाया। अथॉरिटी के 200 करोड रुपये उसमें ट्रांसफर कराए। बाद में 100-100 करोड की दो एफडी फर्जी बनाकर बैंक में दी गई है।
राजेश ने बताया कि बैंकों से जिन तीन खातों में 3 करोड़ 90 लाख रुपए जमा कराए गए थे। उन पैसों को मनुपोला ने निकलवा लिया था। जिसमें से मनुपोला ने मुझे 8 लाख रुपये दिए थे। मनुपोला ने मुझे पैसे इसलिए दिये क्योंकि मनुपोला मेरे किराये के रूम पर ही सेक्टर 34 में मीटिंग करता था। पैसे लेकर भी मनुपोला मेरे रूम पर आया था। मैंने 8 लाख में से पांच लाख रुपये अपने फूफा सुंंदर लाल के यूनियन बैंक के खाता को ट्रांसफर किए। राजेश द्वारा अपने फूफा सुंदर लाल के खाते में 5 लाख रुपये दिए जो वह यूनियन बैंक शुक्लागंज उन्नाव के खाते को फ्रीज कराया जा चुका है।
–आईएएनएस
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