नोएडा, 3 मई (आईएएनएस)। नोएडा का बहुचर्चित जीएसटी फ्रॉड कांड मेरठ के आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) को ट्रांसफर हो गया है। 15,000 करोड़ से ज्यादा के इस जीएसटी फ्रॉड में 2,660 फर्जी कंपनियों की मिलीभगत सामने आई है। इस मामले में 41 गिरफ्तारियां और करोड़ों रुपए की संपत्ति जब्त हो चुकी है।
सूत्रों के हवाले से यह खबर मिल रही है कि बिना डीजी मुख्यालय और नोएडा पुलिस को इस कड़ी में शामिल करते हुए मामले की तहकीकात अब मेरठ के ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर कर दी गई है। इसमें ना तो नोएडा पुलिस कमिश्नरेट को कोई पत्राचार किया गया और ना ही डीजी मुख्यालय लखनऊ को कड़ी में रखा गया है।
इस केस में नोएडा पुलिस के ज्वॉइंट सीपी लॉ एंड ऑर्डर की अध्यक्षता में 15 सदस्यीय एसआईटी भी गठित हो चुकी थी। इस एसआईटी में आईपीएस और पीपीएस अफसर शामिल थे। अब तक मामले में 41 गिरफ्तारी हो चुकी है और 35 से ज्यादा चार्जशीट दाखिल की गई है।
इस जीएसटी फ्रॉड में अब तक 5 आरोपी की 20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। पुलिस के मुताबिक कुल 50 आरोपी अभी तक चिन्हित किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक जांच को आरोपी पक्ष की मांग पर ट्रांसफर किया गया है। इस जीएसटी फ्रॉड में अरबों रुपए कमाने वाले कई बड़े रसूखदार लिप्त पाए गए हैं।
–आईएएनएस
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