deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home अर्थजगत

नोएडा से इस बार 93 कंपनियां लेंगी ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में हिस्सा, 60 हजार करोड़ का निवेश

by
October 12, 2023
in अर्थजगत
0
नोएडा से इस बार 93 कंपनियां लेंगी ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में हिस्सा, 60 हजार करोड़ का निवेश
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

READ ALSO

एक हफ्ते में 2,400 रुपए से अधिक महंगा हुआ सोना, चांदी में भी रही तेजी

देश की शीर्ष 10 में आठ कंपनियों का मार्केटकैप 1.6 लाख करोड़ रुपए घटा

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

ADVERTISEMENT

नोएडा, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) के लिए नोएडा को 90 हजार करोड़ का टारगेट मिला था। जिसमें से नोएडा ने 60 हजार करोड़ का टारगेट अचीव कर लिया है और नोएडा से 93 कंपनियां ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी में भाग लेंगी।

इन कंपनियों का दायित्व है कि पांच साल में निर्माण करेंगी और करीब 1.5 लाख का रोजगार देंगी। हालांकि अब भी 40 हजार करोड़ का ग्राउंड तैयार करना बाकी है जिसके लिए नोएडा नए सेक्टरों को विकसित कर रहा है।

फरवरी में इन्वेस्टर समिट के दौरान प्राधिकरण के साथ करीब 97 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव के एमओयू हुए थे। इसमें से 90 हजार करोड़ के प्रस्ताव को जीबीसी में लाया जा रहा है।

जिन 93 कंपनियों की बात हो रही है उनका प्लाट का आवंटन, नक्शा पास और अन्य कागजी कार्य लगभग पूरे किए जा चुके है। इसमें प्राधिकरण के संस्थागत यानी आईटी/आईटीईएस 32 इकाई, इंडस्ट्री की 38 यूनिट, ग्रुप हाउसिंग की 11 और कॉमर्शियल की 12 इकाई शामिल हैं।

प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री ने बताया कि जीबीसी में इतना बड़ा ग्राउंड तैयार करने वाला नोएडा पहला शहर है। ग्रांउड ब्रेकिंग में सबसे बड़ा निवेश दो कंपनियां कर रही है। इसमें एक एम3एम है। ये कंपनी नोएडा में 7500 करोड़ का निवेश कर रही है। ये कंपनी नोएडा में रेजिडेंशियल ऑफिस, रेटिल सर्विस देगी। इस निवेश से करीब 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

इसके अलावा इंजका कंपनी 4300 करोड़ का निवेश कर रही है। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में इसका काम शुरू भी हो चुका है।

बता दें कि कॉमर्शियल में कुल 12 कंपनियां आई हैं। ये कंपनियां नोएडा में आलीशान होटल, 1 सुपर मार्ट, 1 इंडस्ट्रियल टाउन शिप, 3 कॉमर्शियल कंप्लैक्स, रेजिडेंशियल ऑफिस, रेंटल ऑफिस और रिटेल शॉप के अलावा 4 रियल स्टेट के प्रोजेक्ट हैं।

अधिकारियों के मुताबिक कई कंपनियां ऐसी हैं जो डीएनजीआईआर में निवेश करना चाहती हैं। वहां जमीन अधिग्रहण और बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट में 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। हालांकि इसमें देरी हो सकती है।

दरअसल, न्यू नोएडा का मास्टर प्लान तो बन गया है लेकिन अभी आपत्ति और सुझाव के लिए पब्लिक डोमेन में है। आपत्तियों के निपटारा के बाद मास्टर प्लान के अनुसार काम शुरू किया जाएगा।

–आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

Related Posts

एक हफ्ते में 2,400 रुपए से अधिक महंगा हुआ सोना, चांदी में भी रही तेजी
अर्थजगत

एक हफ्ते में 2,400 रुपए से अधिक महंगा हुआ सोना, चांदी में भी रही तेजी

May 11, 2025
अर्थजगत

देश की शीर्ष 10 में आठ कंपनियों का मार्केटकैप 1.6 लाख करोड़ रुपए घटा

May 11, 2025
बीते तीन-चार दिनों में दिखी भारतीय टेक्नोलॉजी की ताकत, आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ रहा देश: केंद्रीय मंत्री
अर्थजगत

बीते तीन-चार दिनों में दिखी भारतीय टेक्नोलॉजी की ताकत, आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ रहा देश: केंद्रीय मंत्री

May 11, 2025
पाकिस्तान आतंकवादी नेटवर्क को बढ़ाने के लिए करेगा आईएमएफ के लोन का इस्तेमाल: पूर्व शीर्ष यूएन अधिकारी
अर्थजगत

पाकिस्तान आतंकवादी नेटवर्क को बढ़ाने के लिए करेगा आईएमएफ के लोन का इस्तेमाल: पूर्व शीर्ष यूएन अधिकारी

May 11, 2025
अर्थजगत

भारत ने आईएमएफ में क्यों चुना वोट न करने का विकल्प?

May 10, 2025
नोएडा में प्रतीक ग्रुप के प्रोजेक्ट्स के फ्लैट बायर्स के लिए कैंप का आयोजन, 40 फ्लैट्स की रजिस्ट्री
अर्थजगत

नोएडा में प्रतीक ग्रुप के प्रोजेक्ट्स के फ्लैट बायर्स के लिए कैंप का आयोजन, 40 फ्लैट्स की रजिस्ट्री

May 9, 2025
Next Post
इजराइल में आतंकवादियों द्वारा बच्चों का सिर काटने की तस्वीरें बाइडेन ने नहीं देखी : व्हाइट हाउस

इजराइल में आतंकवादियों द्वारा बच्चों का सिर काटने की तस्वीरें बाइडेन ने नहीं देखी : व्हाइट हाउस

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

कारगिल युद्ध पर आधारित फिल्म ‘लक्ष्य’ एक बार फिर से सिनेमाघरों में होगी रिलीज

June 18, 2024

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सेना ने आईईडी बरामद करके उसे नष्ट किया, बड़ी घटना टली

January 17, 2024

वोडाफोन आइडिया के शेयरों में 11 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट

February 28, 2024
लीमा 2024 विश्व अंडर20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी से हटा

लीमा 2024 विश्व अंडर20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी से हटा

April 6, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

081066
Total views : 5872172
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Notifications