सिनसिनाटी (अमेरिका), 21 अगस्त (आईएएनएस)। 23 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन नोवाक जोकोविच ने दुनिया के नंबर एक कार्लोस अल्कराज को एटीपी मास्टर्स 1000 इवेंट के फाइनल में हराकर एक बार फिर अपना दबदबा कायम किया।
सर्बिया के नोवाक जोकोविच और स्पेन के कार्लोस अल्काराज के बीच एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। या यूं कह लीजिए दर्शकों को सिनसिनाटी मास्टर्स फाइनल में विंबलडन फाइनल का रीमैच देखने का मौका भी मिला। हालांकि, इस बार जीत नोवाक जोकोविच की हुई।
अंत तक दोनों खिलाड़ी एक दूसरे को कड़ी टक्कर देते रहे। एक बेहद चुनौतीपूर्ण मैच में जोकोविच ने 5-7, 7-6(7), 7-6(4) से फाइनल मुकाबला अपने नाम कर लिया। जोकोविच का यह 39वां मास्टर्स खिताब है।
पहले सेट को अल्काराज ने टाई ब्रेकर में 7-5 से अपने नाम किया। इसके बाद जोकोविच ने जबरदस्त वापसी करते हुए अगले दोनों सेट 7-6, 7-6 से अपने नाम किए। जीत के बाद जोकोविच कोर्ट में ही लेट गए और जोरदार जश्न मनाया।
इस मैच के दौरान अल्काराज अपने हाथ में क्रैंप के कारण थोड़े परेशान दिखे। मैच हारने के बाद 20 वर्षीय युवा खिलाड़ी भावुक नजर आया।
जोकोविच और अल्कराज ने तीन घंटे और 49 मिनट तक कड़ी मेहनत की। सर्बियाई खिलाड़ी ने स्पैनियार्ड से अपनी विंबलडन फाइनल हार का बदला लिया और अपनी एटीपी हेड-टू-हेड 2-2 से बराबर कर ली।
जोकोविच ने मैच के बाद कहा, “यह एक शानदार मैच और किसी रोलर कोस्टर से कम नहीं था। मुझे नहीं लगता कि मैंने अपने जीवन में इस तरह के ज्यादा मैच खेले हैं।”
“हो सकता है कि मैं इसकी तुलना 2012 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में नडाल के खिलाफ़ मुकाबले से कर सकता हूं जो काफी चुनौतीपूर्ण रहा था। इस मैच में तीन सेट थे, लेकिन हम करीब चार घंटे तक लड़े। मेरे करियर का मानसिक, इमोशनल, शारीरिक रूप से सबसे रोमांचक और सबसे कठिन मैचों में से एक है यह मुकाबला।”
जोकोविच अब टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे उम्रदराज़ चैंपियन हैं, उन्होंने 35 वर्षीय केन रोज़वेल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वहीं दूसरी ओर, 1991 में 19 वर्षीय पीट सेम्प्रास के बाद, 20 वर्षीय अल्कराज इस आयोजन में सबसे कम उम्र के फाइनलिस्ट थे।
–आईएएनएस
एएमजे/एसकेपी
सिनसिनाटी (अमेरिका), 21 अगस्त (आईएएनएस)। 23 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन नोवाक जोकोविच ने दुनिया के नंबर एक कार्लोस अल्कराज को एटीपी मास्टर्स 1000 इवेंट के फाइनल में हराकर एक बार फिर अपना दबदबा कायम किया।
सर्बिया के नोवाक जोकोविच और स्पेन के कार्लोस अल्काराज के बीच एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। या यूं कह लीजिए दर्शकों को सिनसिनाटी मास्टर्स फाइनल में विंबलडन फाइनल का रीमैच देखने का मौका भी मिला। हालांकि, इस बार जीत नोवाक जोकोविच की हुई।
अंत तक दोनों खिलाड़ी एक दूसरे को कड़ी टक्कर देते रहे। एक बेहद चुनौतीपूर्ण मैच में जोकोविच ने 5-7, 7-6(7), 7-6(4) से फाइनल मुकाबला अपने नाम कर लिया। जोकोविच का यह 39वां मास्टर्स खिताब है।
पहले सेट को अल्काराज ने टाई ब्रेकर में 7-5 से अपने नाम किया। इसके बाद जोकोविच ने जबरदस्त वापसी करते हुए अगले दोनों सेट 7-6, 7-6 से अपने नाम किए। जीत के बाद जोकोविच कोर्ट में ही लेट गए और जोरदार जश्न मनाया।
इस मैच के दौरान अल्काराज अपने हाथ में क्रैंप के कारण थोड़े परेशान दिखे। मैच हारने के बाद 20 वर्षीय युवा खिलाड़ी भावुक नजर आया।
जोकोविच और अल्कराज ने तीन घंटे और 49 मिनट तक कड़ी मेहनत की। सर्बियाई खिलाड़ी ने स्पैनियार्ड से अपनी विंबलडन फाइनल हार का बदला लिया और अपनी एटीपी हेड-टू-हेड 2-2 से बराबर कर ली।
जोकोविच ने मैच के बाद कहा, “यह एक शानदार मैच और किसी रोलर कोस्टर से कम नहीं था। मुझे नहीं लगता कि मैंने अपने जीवन में इस तरह के ज्यादा मैच खेले हैं।”
“हो सकता है कि मैं इसकी तुलना 2012 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में नडाल के खिलाफ़ मुकाबले से कर सकता हूं जो काफी चुनौतीपूर्ण रहा था। इस मैच में तीन सेट थे, लेकिन हम करीब चार घंटे तक लड़े। मेरे करियर का मानसिक, इमोशनल, शारीरिक रूप से सबसे रोमांचक और सबसे कठिन मैचों में से एक है यह मुकाबला।”
जोकोविच अब टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे उम्रदराज़ चैंपियन हैं, उन्होंने 35 वर्षीय केन रोज़वेल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वहीं दूसरी ओर, 1991 में 19 वर्षीय पीट सेम्प्रास के बाद, 20 वर्षीय अल्कराज इस आयोजन में सबसे कम उम्र के फाइनलिस्ट थे।
–आईएएनएस
एएमजे/एसकेपी