नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)। भारत और दक्षिण अफ्रीका की नौसेनाओं के बीच संबंध और परिचालन तालमेल मजबूत करने के लिए यहां महत्वपूर्ण वार्ता हुई है। भारत-दक्षिण अफ्रीका की यह 12वीं नौसेना स्टाफ वार्ता थी। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वार्ता से दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सहयोग और मजबूत हुआ है।
मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि भारतीय नौसेना के एसीएनएस (एफसीआई) रियर एडमिरल निर्भय बापना और दक्षिण अफ्रीकी नौसेना में समुद्री रणनीति के मुख्य निदेशक रियर एडमिरल डेविड मनिंगी मखोंटो की सह-अध्यक्षता में यह वार्ता हुई।
वार्ता के दौरान भारत और दक्षिण अफ्रीका के नौसेना संबंधों और परिचालन तालमेल को मजबूत करने के लिए आपसी प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया। इसके अलावा भविष्य में सहयोग के लिए आधार तैयार करने को लेकर इस वार्ता में कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसमें तत्परता और दक्षता में सुधार के लिए ऑपरेशनल ट्रेनिंग और प्लेटफार्मों के बीच सुरक्षित सूचनाओं के आदान प्रदान के प्रोटोकॉल की स्थापना शामिल है।
इसके अतिरिक्त, वार्ता में निरंतर आदान-प्रदान और ट्रेनिंग के माध्यम से समुद्री क्षेत्र में उभरती जटिलताओं से निपटने के लिए परिचालन बातचीत की खोज की गई। गौरतलब है कि भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका समुद्री अभ्यास (आईबीएसएएमएआर) एक महत्वपूर्ण अभ्यास रहा है।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इस संवाद में परमाणु, जैविक, रासायनिक रक्षा सहित क्षति नियंत्रण (एनबीसीडी) और गोताखोरी सहायता में सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान के विषय शामिल थे। इसमें कार्मिक आदान-प्रदान पर विशेष जोर दिया गया। संबंधित प्रशिक्षण सुविधाओं में उन्नत ट्रेनिंग कोर्स का लाभ उठाने की संभावना पर भी विचार-विमर्श किया गया।
रक्षा मंत्रालय का मानना है कि यह वार्ता समुद्री सुरक्षा और परिचालन सहयोग के लिए साझा दृष्टिकोण का उदाहरण है। साथ ही यह दक्षिण अफ्रीकी नौसेना और भारतीय नौसेना के बीच गहन सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करती है।
–आईएएनएस
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