नई दिल्ली, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय नौसेना को एक फास्ट अटैक जलपोत, ‘आईएनएस तारमुगली’ मिलने जा रहा है। नौसेना गुरुवार को इस फास्ट अटैक जलपोत को अपने बेड़े में शामिल करेगी। रक्षा मंत्रालय के अनुसार यह अटैक जहाज अब तक की अपनी विशिष्ट सेवा के दौरान तीन नामों के साथ दो अलग-अलग देशों के झंडे के नीचे काम करने का अनूठा गौरव प्राप्त कर चुका है।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि पहले भारतीय नौसेना में आईएनएस तिलंचांग, एक ट्रिंकट श्रेणी के जहाज, के रूप में कमीशन किया गया था। मंत्रालय के मुताबिक यह जलपोत 2006 तक सक्रिय सेवा में था। उसके बाद आईओआर में राजनयिक स्तर के संलग्नता (आउटरीच) के हिस्से के रूप में, भारत सरकार द्वारा इसे मालदीव नेशनल डिफेन्स फोर्स (एमएनडीएफ) को उपहार में दे दिया गया था।
इस जहाज को 16 अप्रैल 2006 को एमसीजीएस हुरवे के रूप में मालदीव नेशनल डिफेन्स फोर्स में शामिल किया गया था। वहां इसने मई 2023 में डीकमीशन होने तक सेवा प्रदान की थी। इसके उपरांत यह जहाज को भारतीय नौसेना में वापस कर दिया गया। इसने मालदीव नेशनल डिफेन्स फोर्स को नए एमसीजीएस हुरवे के रूप में एक इन-सर्विस वॉटरजेट फास्ट अटैक क्राफ्ट, आईएनएस तारमुगली भी प्रदान किया था।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक लौटाए गए जहाज की विस्तृत जांच के बाद, उसे नवीनीकृत व मरम्मत करने और भारतीय नौसेना के बल स्तरों में फिर से शामिल करने का निर्णय लिया गया। मंत्रालय ने बताया कि पिछले छह महीनों के दौरान विशाखापत्तनम के नौसेना डॉकयार्ड में भारतीय नौसेना द्वारा इस जहाज की व्यापक मरम्मत एवं उन्नयन किया गया है।
अब, 14 दिसंबर 2023 को विशाखापत्तनम में ‘आईएनएस तारमुगली’ के रूप में इसका कमीशन किया जाना निर्धारित है। वाइस एडमिरल संदीप नैथानी, चीफ ऑफ मटेरियल इस कमीशनिंग समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। भारतीय नौसेना 14 दिसंबर को विशाखापत्तनम स्थित नौसेना डॉकयार्ड में आयोजित एक औपचारिक कमीशनिंग समारोह में आईएनएस तारमुगली, जोकि तेज गति से हमला करने वाला जलपोत (फास्ट अटैक क्राफ्ट) है, को अपने बेड़े में शामिल करेगी।
–आईएएनएस
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