यरुशलम, 26 फरवरी (आईएएनएस)। इजराइल में लगातार आठवें सप्ताह हजारों की संख्या में लोगों ने न्यायिक सुधारों के खिलाफ प्रदर्शन किया। इजराइली मीडिया आउटलेट्स के अनुसार, 1 लाख से अधिक इजराइली देश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्य प्रदर्शन तेल अवीव में आयोजित किया जा रहा है। 25 हजार लोग उत्तरी शहर हाइफा में रैली कर रहे हैं और हजारों लोग यरूशलेम में राष्ट्रपति के आवास के सामने इकट्ठा हो रहे हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय शहर मोदीन में न्याय मंत्री यारिव लेविन के घर के सामने भी प्रदर्शन जारी है।
विरोध न्यायिक प्रणाली के बड़े बदलाव के खिलाफ हैं। इजरायली संसद ने कई विधेयकों के तीन वाचनों में से पहला पारित किया है।
विधेयकों में एक ओवरराइड क्लॉज है, जो संसद को एक साधारण बहुमत से सर्वोच्च न्यायालय के फैसलों को ओवरराइड करने की अनुमति देगा। दूसरा उस समिति की संरचना को बदल देगा, जो सरकार को बहुमत देकर सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति करती है। तीसरे का उद्देश्य, सर्वोच्च न्यायालय को संसद द्वारा पहले से पारित बुनियादी कानूनों की समीक्षा करने से रोकना है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सुधार अदालतों को कमजोर करेंगे और सत्ताधारी गठबंधन को असीमित ताकत देंगे।
प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाले गठबंधन ने कहा है कि उनका उद्देश्य अप्रैल तक विधायी प्रक्रिया को पूरा करना है। संसद में विधेयक के पारित होने की उम्मीद है।
संसद एक विधेयक पर बहस करने के लिए भी तैयार है, जो राज्य के अटॉर्नी जनरल को वैध चिकित्सा कारणों को छोड़कर प्रधान मंत्री को अक्षम घोषित करने से रोकेगा।
इजरायली मीडिया के अनुसार, अटॉर्नी जनरल गाली बहराव-मिआरा ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि नेतन्याहू अपनी सरकार के न्यायिक सुधारों में शामिल नहीं हो सकते हैं, क्योंकि उनके भ्रष्टाचार के मुकदमे के कारण हितों का टकराव है।
नेतन्याहू और उनके सहयोगियों का कहना है कि न्यायिक प्रणाली को सीमित करने के संदर्भ में सुधार आवश्यक हैं, जो हाल के दशकों में बहुत शक्तिशाली हो गया है और अक्सर राजनीतिक मुद्दों में हस्तक्षेप करता है। उन्होंने विरोध के बावजूद सुधारों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
–आईएएनएस
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