मुंबई, 18 मार्च (आईएएनएस)। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 122 करोड़ रुपये के न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक स्कैम मामले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम जावेद आजम है।
जावेद आजम को सोमवार देर शाम हिरासत में लिया गया। मुंबई पुलिस के मुताबिक, एक अन्य आरोपी उन्नाथन अरुणाचलम उर्फ अरुण भाई से पूछताछ के दौरान उसका नाम सामने आया था, जिसे शनिवार को गिरफ्तार किया गया था।
मुंबई पुलिस ने बताया कि अरुणाचलम ने पूछताछ में 2021 में हितेश मेहता से 32 करोड़ प्राप्त करने की बात स्वीकार की है। इस राशि में से अरुणाचलम ने 15-20 करोड़ रुपये जावेद आजम को रखने के लिए देने का दावा किया था।
मुंबई पुलिस के मुताबिक, हितेश मेहता ने अरुणाचलम को पैसे देने से पहले दो अलग-अलग बैंकों से 18 करोड़ रुपये निकाले थे, जहां यह पैसा फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) के रूप में रखा गया था। बैंक में जमा करने की बजाय फंड अरुणाचलम को डायवर्ट कर दिया गया, जबकि आधिकारिक रिकॉर्ड में गलत तरीके से कहा गया कि नकदी बैंक की तिजोरी में सुरक्षित थी।
ईओडब्ल्यू अब आजम के वित्तीय लेन-देन की जांच कर रहा है और यह देख रहा है कि उनके राजनीतिक संबंधों ने अपराध को छिपाने में भूमिका निभाई है या नहीं। फिलहाल ऐसा संदेह है कि उन्होंने बिहार में अपने व्यवसाय में पैसे का निवेश किया है।
मुंबई पुलिस की ईओडब्ल्यू ने इस महीने की शुरुआत में बताया था कि न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक की कार्यवाहक चेयरमैन गौरी भानु और उनके पति हिरेन भानु देश छोड़कर विदेश भाग गए हैं। मुंबई पुलिस जल्द ही उन्हें भगोड़ा घोषित करेगी।
हिरेन भानु बीते 26 जनवरी को विदेश चले गए थे, जबकि उनकी पत्नी गौरी भानु 10 फरवरी को थाईलैंड भाग गईं। हिरेन भानु आरबीआई निरीक्षण से करीब दो सप्ताह पहले भाग गए।
–आईएएनएस
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