न्यूयॉर्क, 3 फरवरी (आईएएनएस)। पिछले साल न्यूजर्सी में इंडिया डे परेड में बुलडोजर के प्रदर्शन की जांच में कहा गया है कि पक्षपातपूर्ण डराने-धमकाने का आरोप दायर करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं, मिडलसेक्स काउंटी अभियोजक के कार्यालय ने इसकी जानकारी दी।
एनजे डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार- इस घटना को उचित रूप से रिपोर्ट किया गया और पूर्वाग्रह की घटना के रूप में वगीर्कृत किया गया। मिडलसेक्स काउंटी के अभियोजक योलान्डा सिस्कोन और एडिसन पुलिस विभाग के प्रमुख थॉमस ब्रायन ने जनवरी के अंत में जारी एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा, लेकिन जांच आपराधिक आरोपों की दहलीज तक नहीं पहुंची।
इंडियन बिजनेस एसोसिएशन (आईबीए) द्वारा आयोजित परेड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों वाला एक बुलडोजर दिखाया गया। विवादास्पद फ्लोट पर आदित्यनाथ की तस्वीर के बगल में एक बैनर ने इसे बाबा का बुलडोजर बताया। यह आरोप लगाया गया था कि नफरत के प्रतीक बुलडोजर का इस्तेमाल भारत में चुनिंदा धार्मिक-अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाने के लिए किया गया था- ऐसा आरोप जिसे संबंधित सरकार ने नकार दिया था।
एडिसन पुलिस विभाग को बुलडोजर फ्लोट के संबंध में कई शिकायतें मिली थीं। अभियोजक के कार्यालय ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा- शिकायतकर्ताओं ने बताया कि फ्लोट भारत में कथित अपराधियों, प्रदर्शनकारियों और दंगाइयों के घरों को ध्वस्त करने के लिए भारी मशीनरी का उपयोग करने के विभाजनकारी अभ्यास का एक आक्रामक और इस्लामोफोबिक समर्थन था। बुलडोजर राजनीति के इस ब्रांड की भारत में धार्मिक-अल्पसंख्यक समुदायों को असंगत रूप से टारगेट करने के रूप में आलोचना की गई है।
एनजे डॉट कॉम ने बताया- हालांकि आरोपों के लिए अपर्याप्त कारण था, अभियोजक के कार्यालय ने सभी रूपों में नफरत के खिलाफ अपना रुख दोहराया। इस घटना की निंदा करते हुए एडिसन के भारतीय-अमेरिकी मेयर सैम जोशी ने एक बयान में कहा कि बुलडोजर का इस्तेमाल विभाजन और भेदभाव के प्रतीक के रूप में किया गया।
जोशी के बयान के बाद परेड का आयोजन करने वाले इंडियन बिजनेस एसोसिएशन ने माफी मांगी थी। काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस (सीएआईआर) द्वारा जारी बयान में कहा गया है, हम घटना की जांच के लिए मिडिलसेक्स काउंटी अभियोजक के कार्यालय को धन्यवाद देते हैं और इसे पक्षपातपूर्ण घटना के रूप में वगीर्कृत करने के उनके फैसले का स्वागत करते हैं।
–आईएएनएस
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