धूरी (पंजाब), 27 नवंबर (आईएएनएस)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दिल्ली के अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल के साथ सोमवार को लोगों को देशभर के पवित्र स्थानों पर पूजा करने की सुविधा प्रदान करने के लिए ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा’ योजना शुरू की।
यहां गुरु नानक देव के ‘प्रकाश पर्व’ के शुभ अवसर पर योजना शुरू करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए मान ने कहा कि यह योजना महान गुरु की शिक्षाओं और दर्शन के अनुरूप है, जिन्होंने सार्वभौमिक प्रेम और भाईचारे का संदेश फैलाया।
उन्होंने कहा कि समाज का एक बड़ा वर्ग किसी न किसी कारण से देशभर के पवित्र स्थानों की यात्रा करने में सक्षम नहीं है और यही कारण है कि राज्य सरकार ने तीर्थयात्रियों को विभिन्न पवित्र स्थानों की यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए यह योजना शुरू की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृतसर से 300, जालंधर से 220 और धूरी से 500 से अधिक तीर्थयात्री एक ट्रेन में महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित श्री हजूर साहिब की यात्रा करेंगे।
उन्होंने कहा कि 50,000 से अधिक तीर्थयात्री तीन महीनों में इस सुविधा का लाभ उठाएंगे, और उनमें से 13,000 लोग 13 ट्रेनों के माध्यम से यात्रा करेंगे, जिनमें से प्रत्येक में 1,000 यात्री होंगे जो हर आठवें दिन रवाना होंगे। शेष लोग बसों के माध्यम से यात्रा करेंगे, हर दिन 10 बसें रवाना होंगी, जिनमें से प्रत्येक में 43 यात्री होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टरों, स्वयंसेवकों और अधिकारियों की एक टीम भी तीर्थयात्रियों के साथ यात्रा करेगी।
यह योजना पहले दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई थी।
तीर्थयात्रियों को जहां-जहां ले जाया जाएगा, उनमें श्री हजूर साहिब और श्री पटना साहिब, वाराणसी, मथुरा, अजमेर शरीफ और अन्य शामिल हैं।
इसी तरह, मुख्यमंत्री ने कहा कि बसों के माध्यम से तीर्थयात्री अमृतसर, श्री आनंदपुर साहिब और श्री दमदमा साहिब, वैष्णो देवी, माता चिंतपूर्णी, नैना देवी, माता ज्वालाजी, सालासर धाम, खाटू श्याम और अन्य के दर्शन कर सकेंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा कि दिल्ली और पंजाब में आप सरकारें इन दोनों स्थानों के लोगों की सेवा करने के लिए महान गुरुओं के नक्शेकदम पर चल रही हैं।
उन्होंने कहा कि संसाधनों की कमी के कारण पवित्र तीर्थस्थलों की यात्रा नहीं कर पाने वाले लोगों की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण योजना शुरू की जा रही है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस योजना का हिस्सा बनने वाले 80 प्रतिशत तीर्थयात्री महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक हैं।
–आईएएनएस
एसजीके