पंजाब, 1 जुलाई (आईएएनएस)। पंजाब को नशा मुक्त करने की कवायद तेज हो गई है। इसे लेकर बरनाला पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ और पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर दवा फैक्ट्री में रेड मारी, जहां नशे का कैप्सूल बनाने का धंदा चल रहा था।
पुलिस ने इस कार्रवाई में प्रतिबंधित 95 हजार प्री-गैब्लिन, 300 एमजी सिग्नेचर कैप्सूल और 2.17 लाख टपैंटाडोल कैप्सूल बरामद की। रेड के दौरान फैक्ट्री से कैप्सूल बनाने में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल, नकली मुहरें और एक कार भी बरामद हुई है।
इस मामले में फैक्ट्री के मालिक और उसकी पत्नी समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही पुलिस ने पंजाब में मौजूद फैक्ट्री की दूसरी फर्मों की भी जांच शुरू कर दी है।
डीएसपी बरनाला ने बताया कि, नशे के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। यह फैक्ट्री काफी समय से चल रही थी। एक महीने से इसमें नशे के कैप्सूल बनाने की सूचना मिल रही थी। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर रेड मारी।
उन्होंने बताया कि, सिग्नेचर नाम के कैप्सूल का उपयोग नशे के रूप में किया जाता है। डिप्टी कमिश्नर ने इन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। पुलिस को सूचना मिली थी कि, प्रतिबंधित कैप्सूल का निर्माण बरनाला के नाइवाला रोड पर अलजान फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में किया जा रहा है। इसके पास इसे बनाने का लाइसेंस भी नहीं है। मामले में जांच जारी है। इसमें और भी खुलासे की संभावना है।
वहीं इस मामले पर ड्रग ऑफिसर परणीत कौर ने बताया कि,फैक्ट्री से प्री-गैबलिन कैप्सूल और टेपेंटाडोल कैप्सूल बरामद हुए हैं। उनके पास इन कैप्सूलों को बनाने का कोई लाइसेंस नहीं है। इन्हें पंजाब से बाहर बेचने की इजाजत है, इसका सेल रिकॉर्ड भी उनके पास नहीं है। इसके चलते सभी कैप्सूल जब्त कर लिए गए हैं। सभी कैप्सूल के सात तरह के सैंपल लिए गए हैं, इनकी जांच की जाएगी।
–आईएएनएस
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