चंडीगढ़, 6 सितंबर (आईएएनएस)। पंजाब में लगातार जारी बाढ़ की आफत की वजह से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के पंजाब दौरे पर अब राजनीति शुरू हो गई है।
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने शिवराज सिंह चौहान के पंजाब दौरे पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के कृषि मंत्री के दौरे से उम्मीद थी जो पूरी नहीं हुई। वह पंजाब को दोष देकर चले गए हैं। वे आए थे, उन्हें किसानों के साथ खड़े होकर कुछ सबूत देना चाहिए था, जो उन्होंने नहीं किया।
वहीं उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखने का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि न तो हमें पैसा मिला न ही हमें उस पत्र का जवाब मिला है। इससे पता चलता है कि भाजपा पंजाब और पंजाबी को नफरत की नजर से देखते हैं।
पंजाब और पंजाबी देश को प्यार करते हैं, लेकिन भाजपा का विराट रूप पंजाब के खिलाफ देखने को मिल रहा है। 60 हजार करोड़ का जो पंजाब का बकाया है, उसे जारी करें। अब तक इस आपदा से पंजाब में 43 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी प्रधानमंत्री की आंख में आंसू नहीं आया।
उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके लिए अफगानिस्तान पहले है और पंजाब की कोई चिंता नहीं है। मानवता के लिए अफगानिस्तान को राहत भेजना सही है, लेकिन पंजाब का भी ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में इस तरह की बाढ़ नहीं आई है। भाजपा बहाना बनाना चाहती है कि मुआवजे का पैसा पंजाब को ना मिले। भाजपा मौतों पर राजनीति करती है।
वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान हॉस्पिटल में एडमिट हैं।। हम मिलने गए थे, अभी उनकी हालत ठीक है। डॉक्टरों ने 2 से 3 दिन रेस्ट की सलाह दी है। इसके बाद मुख्यमंत्री खुद लोगों के बीच होंगे। उनकी पूरी टीम सरकार व प्रशासन काम में लगी है। भगवंत मान 2 से 3 दिन में खुद आकर कमान संभाल लेंगे।
–आईएएनएस
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