जालंधर, 9 जनवरी (आईएएनएस)। पंजाब के जालंधर में रूस भेजने के नाम पर ट्रैवल एजेंट ने एक व्यक्ति से 35 लाख 40 हजार रुपये की ठगी कर ली। रूस में फंसे अपने भाई को वापस लाने के लिए व्यक्ति विदेश तक जाने को तैयार था। लेकिन अभी तक उसका भाई वापस नहीं आया।
दरअसल, मानव तस्करी को लेकर जालंधर में एफआईआर दर्ज हुई थी। इसमें दो आरोपियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार किया है। लेकिन पीड़ित जगदीप पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं।
रूस और यूक्रेन युद्ध को डेढ़ साल से ज्यादा का समय हो गया है और अभी तक दोनों देशों में युद्ध जारी है। लेकिन रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण कई भारतीय अभी भी रूस में फंसे हुए है। इन भारतीयों के वहां फसने का कारण ट्रैवल एजेंट है, इन एजेंटों ने कई भारतीय नागरिकों को वहां की आर्मी में जबरदस्ती फंसा दिया है, जिसकी कई वीडियो भी सामने आई थी। वहीं, एक भाई अपने दूसरे भाई को तलाश करने के लिए रूस जा रहा है, जहां उसका भाई वहां की आर्मी में काम कर रहा है।
रूस में फंस कर वहां की आर्मी के लिए काम कर रहे मनदीप कुमार के भाई जगदीप कुमार ने बताया कि एक से डेढ़ साल पहले उनका भाई आर्मेनिया काम करने के लिए गया था। लेकिन रूस और यूक्रेन युद्ध के चलते उसके भाई और उसके साथ वालों को पंजाब के फर्जी ट्रैवल एजेंटों द्वारा आर्मेनिया से इटली भेजने की बात हुई थी।
जगदीप कुमार ने बताया कि उसके भाई ने सोशल मीडिया में इटली में काम करने का विज्ञापन देखकर वहां जाने के लिए पैसा इकट्ठा किया था।
लेकिन इन फर्जी ट्रैवल एजेंटों द्वारा उसके भाई और 10 लोगों को इटली भेजने के नाम पर 7-7 लाख रुपये की बात हुई थी। लेकिन जब उसका भाई और उसके साथ के लोग आर्मेनिया बॉर्डर पार कर रूस पहुंचे तो फर्जी ट्रेवल एजेंट ने वहां रुपये की डिमांड करनी शुरू कर दी और वहां के ट्रैवल्स एजेंटों के साथ मिलकर उनको जबरदस्ती रूसी आर्मी में काम करने के लिए मजबूर किया।
उन्होंने बताया कि अपने भाई को सही सलामत वापस लाने के लिए ट्रेवल्स एजेंटों को अभी तक 35 लाख 40 रुपये दिया जा चुके है। लेकिन उनका भाई अभी तक भारत वापस नहीं आ पाया है।
–आईएएनएस
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