पटना, 14 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र का अंतिम दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। गुरुवार को विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस लाठीचार्ज को लेकर दोनों सदनों में भाजपा के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया।
विधानसभा की शुक्रवार को कार्यवाही प्रारंभ होते ही भाजपा के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। भाजपा विधायक पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में नारेबाजी करने लगे।
इस बीच, नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लाठीचार्ज में भाजपा के एक नेता की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि यह मौत नहीं, बल्कि हत्या है।
इस बीच जब विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सिन्हा को बोलने का मौका नहीं दिया तो भाजपा के विधायक हंगामा और नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए।
अध्यक्ष भाजपा के सदस्यों को कई बार अपनी जगह पर जाने को कहते रहे, लेकिन सदस्य शांत नहीं हुए। भाजपा के विधायकों ने रिपोर्टर का टेबल उठा लिया और संजय सिंह मेज पर चढ़ गए।
अध्यक्ष ने सिंह को मार्शल आउट कर दिया।
भाजपा विधायकों के हंगामा के कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इधर, विधान परिषद में भी भाजपा के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया और सरकार के विरोध में नारेबाजी की।
मार्शल आउट किए जाने के बाद विधायक सिंह ने कहा कि सदन में विपक्षी दलों के सदस्यों को अपनी बात रखने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आखिर वे विधायक क्या करें।उन्हे चोट पहुंचाने की कोशिश की गई।
इससे पहले भाजपा के विधायकों ने सदन के बाहर मौन प्रदर्शन किया। विधायक मुंह पर काली पट्टी और हाथों में सरकार विरोधी तख्तियां लिए हुए थे।
गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज और एक कार्यकर्ता की मौत के बाद शुक्रवार को भाजपा काला दिवस मना रही है। शाम को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुतला दहन का कार्यक्रम है।
–आईएएनएस
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